Leopard Sentenced To Life Imprisonment: गुजरात के सूरत जिले में कम से कम तीन लोगों को मौत के घाट उतारने के जुर्म में एक तेंदुए को ‘आजीवन कारावास’ की सजा सुनाई गई है। रविवार को सूरत के मांडवी के पास एक सप्ताह तक चले अभियान के बाद पकड़े गए तेंदुए को वन विभाग ने यह सजा सुनाई। इस तेंदुए ने जिले के गांवों में आतंक मचा रखा था।

अधिकारियों ने बताया कि तेंदुआ अपना शेष जीवन उसी जिले के झंखवाव स्थित पुनर्वास केंद्र में बिताएगा। सूरत के उप वन संरक्षक आनंद कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जब कोई जानवर मनुष्यों पर हिंसक हमला करने का आदी हो जाता है, तो उसे खुले में नहीं रखा जा सकता।

कुमार ने कहा कि वन विभाग के नियमों के अनुसार, ऐसे जानवरों को पुनर्वास केंद्रों में रखा जाता है। इंसानों पर हिंसक हमले करने वाले इस तेंदुए को बचा लिया गया है और अब उसे पुनर्वास केंद्र में रखा जाएगा।

ग्रेटर नोएडा : सात साल के बच्चे की गलत आंख का डॉक्टर ने कर दिया ऑपरेशन, परिजनों ने जमकर किया हंगामा

तेंदुए ने अभी हाल ही में एक 7 साल की बच्ची पर हमला किया था। तेंदुआ बच्ची का तब उठा ले गया जब वह मांडवी तालुका के उश्कर गांव में गन्ने के खेत के पास खेल रही थी। उसका परिवार गन्ने की कटाई के मौसम में कृषि मजदूर के रूप में काम की तलाश में पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से आया था।

दक्षिण गुजरात के पुनर्वास केंद्र का पहला मामला

दक्षिण गुजरात के झंखवाव (मांडवी, सूरत) में 1.50 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्वास केंद्र बनकर तैयार हो गया है। अब तक सूरत जिले से ऐसे तेंदुओं को वडोदरा के पुनर्वास केंद्र में भेजा जाता था।

दक्षिण गुजरात के सूरत जिले में हिंसक जानवरों के लिए झंखवाव पुनर्वास केंद्र खुलने के बाद पहली बार मांडवी में पकड़ा गया तेंदुआ अब नवसारी, वलसाड, डांग के जंगल में किसी इंसान पर हमला करने के बाद पकड़ा गया है।