बीजेपी की एक सांसद ने बुधवार को लोकसभा में यह कहकर सभी को चौंका दिया कि उन्हें सदन में केवल अपने जिंदा होने का प्रमाण देने के लिए बोलना पड़ रहा है। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा की अंजुबाला ने आरोप लगाया कि विकीपीडिया वेबसाइट ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है और इसका पता उन्हें मुंबई से आए एक फोन से चला। सदन में मौजूद कानून मंत्री डी वी सदानंद गौडा ने कहा कि सरकार के संज्ञान में यह बात आई है और वह इस पर कड़ी कार्रवाई करेगी। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी इसे गंभीर मसला बताया। हालांकि, ऐसा मालूम होता है कि वेबसाइट पर फिलहाल उनसे जुड़ी जानकारी दुरुस्त कर दी गई है।

अंजुबाला ने कहा कि विकीपीडिया ने उनकी मृत्यु की तारीख तीन मार्च 2016 दिखायी है और मृत्यु का स्थान दिल्ली बताया है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित सेमीनार में एक कविता पढ़ी थी जिसे लोकसभा टेलीविजन चैनल ने दिखाया था। अंजुबाला ने कहा कि उनके सचिव को मुंबई से एक फोन आया कि सांसद ने यह कविता कब पढ़ी थी। जब सचिव ने बताया कि यह कविता तो अभी कुछ देर पहले सांसद ने पढ़ी है तो उन सज्जन ने बताया कि वह तो तीन मार्च को मर चुकी हैं। भाजपा सदस्य ने बताया कि इसके बाद पूरा मामला उनके संज्ञान में आया। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, उनसे संबंधित विकीपीडिया के पेज में उनके दो पति होने की बात कही गयी है जबकि उनके पति सतीश वर्मा उर्फ कृष्ण कुमार एक ही व्यक्ति हैं।
उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र हरदोई में भी उनके खिलाफ फेसबुक पर कुछ अभ्रद टिप्पणियां की गयी हैं। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि जब एक महिला सांसद के साथ इस प्रकार का बर्ताव किया जा सकता है तो आम महिला का क्या होगा? अंजुबाला ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने की भी मांग की। भाजपा सदस्य के साथ लगभग समूचे सदन ने सहमति जतायी और कड़ी कार्रवाई की मांग की।