बिहार सरकार के खिलाफ राजधानी पटना में प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पटना पुलिस के लाठीचार्ज और एक भाजपा नेता विजय कुमार सिंह की मौत का मामला फिलहाल थमा नहीं है। इस मामले में जांच के लिए गठित चार सदस्यीय भाजपा समिति ने अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी और मामला काफी तूल पकड़ रहा था। हालांकि पुलिस का कहना है कि भाजपा नेता की मौत पुलिस के लाठीचार्ज से नहीं हुई है। 

भाजपा की जांच में क्या सामने आया है 

भाजपा की ओर से बनाई गई जांच कमेटी के संयोजक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने अपनी टीम के साथ पूरी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। रिपोर्ट में बिना आदेश भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर बेरहमी से लाठीचार्ज किए जाने की बात कही गई है।  

सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल समेत ज्यादा चोटिल लोगों के नाम के साथ उनकी हालत की जानकारी देते हुए उनके बयानों को भी इस रिपोर्ट में शामिल किया है। इन नेताओं का कहना है कि पार्टी कार्यकर्ता और नेता शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे लेकिन पुलिस ने पहले से ही लाठीचार्ज की मंशा बनाई हुई थी। 

हत्या को नॉर्मल घटना बता रही है सरकार 

भाजपा अध्यक्ष को सौंपी गई इस रिपोर्ट में पुलिस पर कई सख्त आरोप लगाए गए हैं साथ ही बिहार सरकार पर हत्या से पल्ला झाड़ने का भी आरोप लगाया गया है। 

इस रिपोर्ट में कुल 771 की संख्या दर्ज की गई है। कहा गया है कि लाठीचार्ज से मची अफरा-तफरी के बाद लोग इधर-उधर भागने लगे और इससे कई लोग घायल हुए हैं। भाजपा नेता की मौत भी कई चोटें लगने से हुई है। भाजपा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि सरकार इसे नॉर्मल घटना बता रही है लेकिन सरकार के पास ऐसा कोई सबूत नहीं है। अब इस मामले पर संज्ञान लेकर भाजपा अपनी सीबीआई जांच की मांग को और मजबूत आधार दे सकती है।