वरिष्ठ भाजपा नेता मनप्रीत सिंह बादल सोमवार को स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के समक्ष पेश हुए। बादल को पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला की शिकायत के बाद तलब किया गया था। उन पर बठिंडा में एक प्रमुख स्थान पर संपत्ति की खरीद में अनियमितता का आरोप लगाया था। बादल पंजाब के वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अपने नाम पर भूमि के अवैध आवंटन से संबंधित एक मामले में ब्यूरो के समक्ष पेश हुए।

पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा नेता मनप्रीत सिंह बादल से विजिलेंस विभाग ने 5 घंटे पूछताछ की। विजिलेंस ने उन्हें भाजपा के ही एक नेता की शिकायत पर नोटिस जारी कर 24 जुलाई को पेश होने को कहा था। विजिलेंस विभाग के एस.एस.पी. हरपाल सिंह और डी.एस.पी. सहित आधा दर्जन अधिकारियों ने मनप्रीत बादल से सवाल पूछे, उन्होंने दस्तावेज भी प्रस्तुत किए लेकिन विजिलेंस विभाग संतुष्ट नहीं हुआ। विजिलेंस विभाग ने कहा कि उनके उत्तरों की समीक्षा करने के बाद अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें दोबारा पूछताछ के लिए बुलाएंगे।

कमर्शियल प्रॉपर्टी बेहद सस्ते दाम पर खरीदने का आरोप

मामला पुडा की कमर्शियल जमीन को रिहायशी बताकर खरीदने का था जिसकी शिकायत तत्कालीन अकाली नेता और पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला ने की थी। भाजपा के जिला प्रधान और अकाली दल के पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला ने विजिलेंस से शिकायत की थी। सरूप चंद सिंगला ने मनप्रीत बादल पर वित्तमंत्री रहते बठिंडा सिटी के पॉश एरिया में एक कमर्शियल प्रॉपर्टी बेहद सस्ते दाम पर खरीदने और अनाज ढुलाई में घोटाले के आरोप लगाए थे।

सरूप चंद सिंगला ने बातचीत में बताया कि पुख्ता सबूतों के आधार पर उन्होंने मनप्रीत बादल पर गड़बड़ियों के आरोप लगाए हैं। सिंगला ने कहा कि भले ही वह और मनप्रीत एक ही पार्टी में हैं लेकिन उन्हें भाजपा हाईकमान से इस सिलसिले में पीछे हटने के लिए अभी तक कोई भी फोन नहीं आया क्योंकि यह शिकायत उन्होंने तब की थी जब वह अकाली दल बादल में थे।

भगवंत मान राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई कर रहे- मनप्रीत बादल

मनप्रीत बादल ने कहा कि जमीन की खरीद में गड़बड़ी का आरोप उनकी प्रतिष्ठा और छवि को धूमिल करने के लिए लगाया गया है। उन्होंने कहा कि उनके वित्त मंत्री रहते सरूप चंद सिंगला ने कई गलत कालोनियां काटीं लेकिन उन्होंने फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की। वह दलगत राजनीति नहीं करते और न ही द्वेष भावना रखते हैं। उनके आरोपों का जवाब देने के लिए वह न्यायालय में जाने के लिए तैयार हैं। मनप्रीत बादल ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री भगवंत मान राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई कर रहे हैं।