राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने शनिवार को कहा कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी छोड़कर गए और बागी तेवर अपनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पटना स्थित राजद के प्रदेश कार्यालय में नवनिर्वाचित राज्य परिषद की बैठक के बाद रामचंद्र पूर्वे को फिर से प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बनने पर बधाई देने के बाद, लालू ने विधानसभा चुनाव के समय गायब होने वाले और राजद का विरोध करने वाले पदाधिकारियों की निशानदेही कर उन्हें दंडित करने की जरूरत बताई। उन्होंने पार्टी के राज्य कार्यकारिणी की निवर्तमान सूची, जिनमें 605 सदस्यों को शामिल किया गया था, को बहुत लंबी बताते हुए कहा, ‘इस बार जो सूची बनेगी वह पार्टी के संविधान के अनुसार और नवनिर्वाचित विधायकों से विचार विमर्श के बाद होगी’।
उन्होंने कहा कि साल 2015 उथल-पुथल वाला रहा है। यह साल महागठबंधन के लिए शुभ रहा और भाजपा नीत गठबंधन को बिहार विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी। उन्हें होश नहीं आ पा रहा है और नजर बचाए फिर रहे हैं।
भाजपा पर देश तोड़ने वाली पार्टी होने का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा, ‘बिहार विधानसभा चुनाव में मुंह की खाने के बाद भी उसके समर्थकों ने हार नहीं मानी है। वे गांवों और गरीबों के बीच अफवाहें फैला रहे हैं कि प्रदेश में बनी महागठबंधन की सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है’। उन्होंने राजद कार्यकर्ताओं से कहा, ‘प्रदेश में महागठबंधन (जद (एकी)-राजद-कांग्रेस) की सरकार बनाने वाले गरीब लोगों के मनोबल कोई तोड़ ना पाए, इसके लिए वह सतत प्रयास करें’।
भाजपा की सहयोगी पार्टी लोजपा के प्रमुख रामविलास पासवान की ओर से बिहार में जल्दी ही मध्यावधि चुनाव होंगे के दावे की ओर इशारा करते हुए लालू प्रसाद ने कहा, ‘भाजपा के भीतर जिस तरह से आग लगी हुई है उसे ऐसा लगता है कि कहीं लोकसभा का मध्यावधि चुनाव न हो जाए’। उन्होंने कहा, ‘बिहार में बनी महागठबंधन सरकार ने गरीबों के उत्थान का जिम्मा उठाया है। लेकिन कुछ लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में तेजी से हो रहे विकास के काम से ध्यान भटकाने में जुटे हुए हैं। उनकी कोशिश है हमारे बीच फूट डालने की है’।
लालू ने कहा, ‘मैं लोगों को स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं कि बिहार में बनी महागठबंधन की सरकार पूरी मजबूती के साथ अपना कार्यकाल (पांच वर्ष) और गरीबों से किए गए वादों को पूरा करेगी’। दिल्ली में बदलाव का दावा करते हुए राजद नेता ने कहा, ‘मैं राष्ट्रीय स्तर पर धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट करने की कोशिश में लगा हूं’।
असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘इन चुनावों में संप्रदायिक ताकतों को पराजित करने के लिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट किया जाना अत्यंत आवश्यक है इसके लिए मैं देश भ्रमण करूंगा’। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा का चुनाव परिणाम आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार अबतक स्थिर नहीं हो पाई है और इसका ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश के रतलाम में हाल में संपन्न लोकसभा सीट का उपचुनाव है जहां भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा है।
लालू ने कहा कि आगामी फरवरी में संसद में पेश होने वाले आम बजट में भूमिहीन और वंचितों के लिए प्रावधान किए जाने के लिए उनकी पार्टी आंदोलन छेड़ेगी। समारोह को राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, फिर से निर्वाचित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी व आलोक मेहता और पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी जगदानंद सिंह और पार्टी के कई अन्य पूर्व सांसदों ने संबोधित किया।
बागी तेवर दिखाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे लालू यादव
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने शनिवार को कहा कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी छोड़कर गए और बागी तेवर अपनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Written by भाषा
पटना

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First published on: 03-01-2016 at 01:00 IST