पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री उन प्रमुख कांग्रेसी नेताओं में शुमार हैं जिन्हें दोनों तरफ से समान सम्मान मिलता है। जितना सम्मान कांग्रेसी नेता देते हैं, उतना ही दक्षिणपंथी संगठन भी देते हैं। वर्ष 1965 में जनसंघ संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने लाल बहादुर शास्त्री की नेतृत्व क्षमता का मुरीद होकर उन्हें जननायक की उपाधि से नवाजा था। बहरहाल आगरा में आए लाल बहादुर शास्त्री के बेटे ने कांग्रेसियों को हैरान कर दिया, जब उन्होंने नरेंद्र मोदी को अपने पिता जैसा बताया।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी उनके पिता शास्त्री की तरह काम करते हैं। सबका साथ-सबका विकास के जरिए नरेंद्र मोदी देश के विकास में लगे हैं। दुनिया में भारत को सम्मान दिला रहे हैं। सुनील शास्त्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है, भाजपा उनके नेतृत्व में 2019 में रिकॉर्ड सीटें जीतकर सरकार बनाएगी।
सुनील शास्त्री ने कहा कि जब तासकंद में पिता का असामयिक निधन हुआ तो वह तीन भाइयों के लिए सिर्फ एक कमरा और कोट छोड़ गए। वह भारत के निर्माण के लिए हमेशा लगे रहे मगर कभी निजी लाभ अर्जित नहीं किया। सुनील ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री का बेटा होने पर उन्हें गर्व है।
उधर भारतीय मुस्लिम विकास परिषद चेयरमैन समी अघई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाल बहादुर शास्त्री से तुलना करना उस महान इंसान की तौहीन है। शास्त्री जहां एक सामान्य धोती-कुर्ता पहनकर विदेश चले जाते थे, वहीं मोदी एक दिन में चार बार कपड़े बदलते हैं।उन्होंने कहा कि सुनील शास्त्री की अपनी पिता की तुलना मोदी से करने को लेकर वह हैरान हैं।