लखीमपुर हिंसा के बाद गिरफ्तार किए गए केंद्रीय मंत्री के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा शनिवार को यूपी पुलिस के सामने पेश हुए। हालांकि पुलिस के सूत्रों का कहना है कि उन्होंने पूछताछ में सहयोग नहीं किया और गोलमोल जवाब दिए। उन्होंने जो बातें बताईं, वे प्रमाणों से मेल नहीं खाती हैं। जानकारी के मुताबिक आशीष मिश्रा ने कहा कि घटना वाले दिन वह वहां मौजूद नहीं थे बल्कि 4-5 किलोमीटर दूर हो रही एक कुश्ती के कार्यक्रम में गए हुए थे। बताते चलें कि आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
हालांकि, पुलिस की तरफ से जारी किए गए बयान औऱ कार्यक्रम में मौजूद लोगों का कहना है कि वह दो-तीन घंटे के लिए गायब थे। आशीष मिश्रा का मोबाइल टावर लोकेशन भी अलग ही कहानी बयां करता है। इसके अनुसार हिंसा वाले दिन आशीष मिश्रा घटनास्थल के आसपास ही मौजूद थे। इसके अलावा आशीष मिश्रा का बयान गुमराह करने वाला इसलिए भी लगता है क्यों कि उनके सहयोगियों ने किसानों के खिलाफ जो शिकायत दर्ज करवाई थी उसमें आशीष मिश्रा के ड्राइवर के मारे जाने का भी जिक्र था जो कि घटनास्थल पर मौजूद था।
एफआईआर में लिखा गया था कि जब महिंद्रा थार किसानों को कुचलते हुए निकली तो उसे ड्राइवर हरि ओम चला रहा था। हालांकि पुलिस का कहना है कि उस वक्त थार को एक ससफेद शर्ट या कुर्ता पहने शख्स चला रहा था। हरि ओम के शव को जब अस्पताल ले जाया गया था तब उसने पीली शर्ट पहन रखी थी।
सूत्रों के अनुसार आशीष मिश्रा के तीन ऐसे बयान थे जो कि सबूतों से मेल नहीं खा रहे थे इसीलिए एसआईटी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
आशीष मिश्रा ने पूछताछ के दौरान गोलमोल जवाब दिए। उन्होंने कहा कि घटना के वक्त वह कुश्ती देखने गए थे जबकि उनके मोबाइल की लोकेशन कुछ और ही कहानी बयां कर रहा है। पुलिस ने कहा कि मिश्रा पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे। बता दें कि घटना के पांच दिन बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है। पहली बार समन जारी करने पर वह हाजिर ही नहीं हुए थे। दूसरे समन के बाद वह एसआईटी के सामने पेश हुए।
इस मामले में विपक्ष पहले से ही आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के इस्तीफे की मांग कर रहा है। मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद टेनी के इस्तीफे को लेकर मांग और तेज हो गई। शिवसेना नेता प्रियंका चुतुर्वेदी ने कहा, ‘बेटा गिरफ्तार, पिताजी मंत्री पद पर बरकरार?’ पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने कहा, मोनू मिश्रा को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए। अब मंत्री टेनी जाना चाहिए।