105 साल की कुंवर बाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ का मैस्कॉट चुना है। कुंवर बाई ने अपने घर में टॉयलेट बनाने के लिए अपनी बकरियों को बेच दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें अपने जन्मदिन के दिन यानी 17 सितंबर 2016 को सम्मानित भी करेंगे। वह कार्यक्रम दिल्ली में होगा। उस कार्यक्रम का नाम ‘स्वच्छता दिवस’ रखा गया है। इस कार्यक्रम में कुंवर बाई 7 महीने में दूसरी बार सम्मानित होंगी। इससे पहले 21 फरवरी 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले राजनंदगांव के कुरुभात गांव में श्यामा प्रसाद मुखर्जी अर्बन मिशन को लॉन्च करने के दौरान कुंवर बाई को सम्मानित किया था। उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच पर ही कुंवर बाई के पांव भी छुए थे। कुंवर बाई छत्तीसगढ़ के कोटाभरी गांव में रहती हैं। वह थामटरी जिले में पड़ता है।

बेच दी थीं 10 में से 8 बकरियां: कुंवर बाई के पास 10 बकरियां थी। उनमें से उन्होंने 8 को बेच दिया था। बकरियां बेचकर जो पैसा आया उससे कुंवर बाई ने घर में ही दो टॉयलेट बनावाए। इसके अलावा वह गांव के लोगों को अपने घर बुलाकर टॉयलेट का महत्व भी समझाती हैं। बकरियां बेचकर शौचालय बनाने वाली कुंवरबाई को कलेक्टर ने ओपन डिफिकेशन फ्री (ओडीएफ) का ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था।

स्वच्छता मिशन को पीएम नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की जयंती यानी 2 अक्टूबर से शुरू किया था। उन्होंने इसे 2014 में शुरू किया था। इसका स्लोगन है, ‘एक कदम स्वच्छता की ओर।’ इस मिशन में 4,041 शहर और गांव को शामिल किया गया है। इस मिशन में उनकी गलियों, सड़कों और इमारतों को साफ करने का प्रण लिया गया है।