केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कूनो नेशनल पार्क में हाल ही में पैदा हुए चीता शावकों के नाम के लिए एक प्रतियोगिता की घोषणा की। प्रतियोगिता My Gov India द्वारा शुरू की गई थी और ट्विटर सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सुझाव आने शुरू हो गए हैं। कुछ ने सुझाव दिया है कि शावकों का नाम महाभारत के योद्धाओं के नाम पर रखा जाए। वहीं, किसी ने राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न नाम रखने का सुझाव दिया है। किसी ने स्वतंत्रता सेनानियों के नाम के अलावा सेरा, अर्जुन, भीम और बलराम का सुझाव दिया है। हालांकि, केंद्र ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि विजेता का चयन कैसे किया जाएगा।
कूनो नेशनल पार्क में चार चीतों का जन्म
श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में एक मादा चीता ने चार बच्चों को जन्म दिया है। प्रोजेक्ट चीता के तहत नामीबिया से आए चीतों में से एक सियाया नाम की मादा चीता ने इन्हें जन्म दिया है। अब जल्द ही इन चारों चीतों का नामकरण किया जाएगा। इस बात की घोषणा पीएम मोदी ने अपने ‘मन की बात प्रोग्राम’ के तहत की थी।
सरकार की ओर से सभी को मौका दिया गया है कि वो इन चीतों के नाम का सुझाव दे सकें। इसके लिए सरकार की ओर से एक पोर्टल तैयार किया गया है, जिसमें लॉगिन कर नाम का सुझाव दिया जा सकता है। इतना ही नहीं, जिनका नाम सभी को पसंद आएगा, उन्हें सबसे पहले इन चीतों को देखने का मौका मिलेगा।
कूनो नेशनल पार्क से भागे दो चीता
हाल ही में श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से भागे ओबान चीता को करीब 6 दिन के बाद पकड़ लिया गया है। गुरुवार को ओबान को रिहायशी इलाके में देखा गया था। जिसके बाद गुरुवार शाम को ही साउथ अफ्रीका से आई टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उसे पकड़ा। टीम ओबान को लेकर श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क गई है जबकि फिलहाल आशा नामक मादा चीता वापस नहीं आई है।
इससे पहले 28 मार्च को कूनो नेशनल पार्क में एक मादा चीता शाशा की किडनी इंफेक्शन से मौत हो गयी थी।