Kumar Vishwas Rajendra Pal Gautam Aam Aadmi Party: आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली की केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम द्वारा हिंदू देवताओं को लेकर की गई एक टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है। जिसको लेकर अब कवि कुमार विश्वास ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संतोष कोली के बलिदान की मलाई चाट रहे ये विधायक आत्ममुग्ध बौने के मंत्री हैं। साथ ही कुमार ने इशारों में विधानसभा चुनाव में इसके नतीजे मिलने की बात भी कही है। हालांकि दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया लेकिन अब उनपर सियासी हमले शुरू हो गए हैं।
क्या बोले कुमार विश्वास: केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के विवादित ट्वीट पर कहा, “संतोष कोली के बलिदान की मलाई चाट रहे सीमापुरी के ये MLA आत्ममुग्ध बौने के मंत्री हैं। राम-कृष्ण के होने का देश से सबूत मांग रहे हैं। तुम्हारे आका ने सेना से शौर्य के सबूत मांगे थे तो लोकसभा में लोगों ने दिए थे। अब तुमने राम-कृष्ण के मांगे हैं, प्रतीक्षा करो विधानसभा में मिल जाएंगे।”
संतोष कोली के बलिदान की मलाई चाट रहे, सीमापुरी के ये MLA,आत्ममुग्ध बौने के मंत्री हैं ! राम-कृष्ण के होने का देश से सबूत माँग रहे हैं ! तुम्हारे आका ने सेना से शौर्य के सबूत माँगे थे,तो लोकसभा में लोगों ने दिए थे, तुमने राम-कृष्ण के माँगे हैं,प्रतीक्षा करो विधानसभा में मिल जाएँगे pic.twitter.com/IrUF0Tn1Ab
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 22, 2019
क्या था दिल्ली सरकार के मंत्री का ट्वीट: मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने योगगुरु रामदेव के एक ट्वीट के जवाब में लिखा- अगर यह बात प्रमाणित है कि राम और कृष्ण तुम्हारे पूर्वज हैं तो इतिहास में इनको पढ़ाया क्यों नहीं जाता। पूर्वजों का कोई इतिहास होता है, जबकि इनका कोई प्रमाणिक इतिहास नहीं है। यह पौराणिक कथाएं हैं, इतिहास नहीं। जबकि पेरियार जी का दृष्टिकोण प्रमाणिकता और तार्किकता के आधार पर था।”
बाद में दी यह सफाई: मंत्री गौतम ने विवाद होने के बाद सफाई में एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा- किसी ने मेरे ट्विटर हैंडल को हैक कर उसका दुरूपयोग गया किया है। चुनाव के समय मेरी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए धार्मिक प्रतीकों पर ट्वीट किया गया है। मैं इस संबंध में उचित कदम उठाने के तरीके पर विचार कर रहा हूं। उन्होंने बाद में लिखा कि सभी को अपने आइकॉन पर विश्वास करने का अधिकार है और मैं सभी के विश्वास का सम्मान करता हूं।