Kolkata Gangrape Case: कोलकाता के लॉ कॉलेज में हुए गैंगरेप मामले में एक परेशान करने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि आरोपियों में से एक जैब अहमद पीड़िता के लिए इनहेलर खरीदने के लिए घटनास्थल से कुछ देर के लिए बाहर गया था। कथित हमले के दौरान सांस लेने में तकलीफ होने पर पीड़िता ने राहत की गुहार लगाई थी, जिसके बाद वह इनहेलर खरीदने के लिए मेडिकल स्टोर गया था।

जांचकर्ताओं के अनुसार, पास की एक मेडिकल दुकान से प्राप्त फुटेज में जैब को पीड़िता के अनुरोध पर इनहेलर खरीदते हुए दिखाया गया था। जब गैंगरेप के बाद 25 जून की शाम को सुरक्षा गार्ड के कमरे में पीड़िता की हालत बिगड़ रही थी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि पीड़िता ने बताया कि यातना के दौरान बीमार पड़ने के बाद उसने चिकित्सा सहायता की भीख मांगी थी। आरोपी ने उसे अस्पताल ले जाने से इनकार कर दिया, लेकिन उसे फार्मेसी से इनहेलर दिलवाया। उसे कुछ समय के लिए बेहतर महसूस हुआ, लेकिन यातना जारी रही।

फार्मेसी मालिक ने पुलिस को बताया कि ज़ैब ने पैसों का भुगतान अलग-अलग तरीकों से करने की कोशिश की, लेकिन अंत में उसने पूरा पेमेंट ऑनलाइन किया। जांचकर्ताओं ने लेन-देन का दस्तावेजीकरण किया है और हमले के समय के साथ इसका मिलान किया है।

इस बीच, मेडिकल रिपोर्ट में मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के शरीर पर नाखूनों के नए निशान पाए गए हैं, जो संकेत देते हैं कि पीड़ित ने हमले के दौरान विरोध किया था। पुलिस के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि ऐसी चोटें संघर्ष के दौरान ही लगती हैं।

विशेष जांच दल (एसआईटी) ने खुलासा किया है कि मोनोजीत ने घटना के अगले दिन सुबह कॉलेज की उप प्राचार्य डॉ. नयना चटर्जी से संपर्क किया था। उसके बाद से दोनों से उनकी बातचीत के बारे में पूछताछ की जा रही है।

जांचकर्ता 16 व्यक्तियों से भी पूछताछ कर रहे हैं, जिनमें से अधिकतर छात्र हैं, जिन्हें 25 जून को कक्षा के बाद सीसीटीवी फुटेज के जरिए कॉलेज परिसर में देखा गया था। मंगलवार को छह लोगों से पूछताछ की गई।

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कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने पुष्टि की कि अब तक एकत्र किए गए डिजिटल, परिस्थितिजन्य और चिकित्सा साक्ष्य पीड़िता की आधिकारिक शिकायत से मेल खाते हैं। उन्होंने कहा कि मामला बेहद संवेदनशील है। लेकिन मैं पुष्टि कर सकता हूं कि एफआईआर के 12 घंटे के भीतर ही गिरफ़्तारियां कर ली गईं।

इस कांड के तीन आरोपी मनोजीत मिश्रा, प्रमित मुखर्जी और जैद अहमद हिरासत में हैं, साथ ही एक सुरक्षा गार्ड, पिनाकी बंद्योपाध्याय, जो हमले के दौरान ड्यूटी पर था। पुलिस ने उनकी रिमांड की अवधि 10 दिन बढ़ाने की मांग की है।
इसके अतिरिक्त तीनों आरोपियों की पुलिस हिरासत 8 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।