महाराष्ट्र के कोल्हापुर में बीते रविवार को बड़ा बवाल हुआ है। जिले के विशालगढ़ स्थित एक दरगाह से अतिक्रमण हटाने को लेकर ये बवाल सामने आया है। इस बवाल के पीछे की कहानी पिछले कई दिनों से तैयार की जा रही थी। बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से दरगाह स्थित अतिक्रमण को हटाने के लिए अपील की जा रही थी। इस दौरान 14 जुलाई की तिथि भी निर्धारित की गई थी।
कोल्हापुर स्थित विशालगढ़ किले में ही हजरत सैयद मलिक रेहान मीर की दरगाह है। इस किले में रहने वाली बहुतायत आबादी मुसमानों की ही है। जहां पर आरोप है कि दरगाह के पास कथित तौर पर अतिक्रमण हुआ है। जहां अवैध कार्य किए जा रहे है। इन्हीं जगहों पर खुलेयाम मीट का कारोबार चल रहा है। हिंदू वादी संगठनों ने 14 जुलाई का ही दिन इसलिए निर्धारति किया क्योंकि इससे पर 14 जुलाई को ही छत्रपति संभाजी महाराज ने इसी दिन किले पर चढ़ाई की थी।
इस मामले को लेकर हिंदू समुदाय के प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दरगाह के पीछे मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है। इसको लेकर दरगाह प्रशासन ने राज्य सरकार से अनुमति नहीं ली है। इस वजह से यह अवैध है। वहीं पुरातत्व विभाग ने साल 2022 में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को इस अवैध जमीन को खाली करने को कहा था। विभाग ने आदेश मिलते ही 30 दिनों के भीतर ही अवैध ढाचें को गिराने का आदेश दिया था। पुरातत्व विभाग के आदेश के बाद दरगाह से जुड़े लोगों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा था। इस दौरान चुनौती में कहा गया था कि मस्जिद की संरचना 1999 में में बनाया गया था।