केंद्र की सत्ता में लंबे समय से काबिज भारतीय जनता पार्टी दक्षिण के राज्यों में अपना विस्तार करना चाह रही है। पूरे देश में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाली बीजेपी दक्षिण के कुछ राज्यों में भी अपना पैर जमाना चाह रही है। इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह आज तमिलनाडु के दौरे पर हैं। इस दौरे के पीछे मुख्य वजह पार्टी के काम का ब्योरा लेना तथा नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी माना जा रहा है। साथ ही साथ AIADMK और बीजेपी के बीच गठबंधन की जमीन तैयार भी हो रहने वाला है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बीजेपी अन्नामलाई की जगह नैनार नागेंद्रन को तमिलनाडु की कमान सौंप सकती है।

तमिलनाडु के तिरुनेलवेली विधानसभा से भाजपा विधायक नैनार नागेंद्र प्रदेश की राजनीति के लिए अनुभवी और जाना पहचाना चेहरा हैं। वो प्रदेश की जयललिता सरकार में मंत्री रह चुके हैं। हालांकि साल 2017 में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। बीजेपी में आने के बाद से ही वो पार्टी को मजबूत करने समेत कई महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।

बीजेपी को मजबूती और गठबंधन में हो सकती है नागेंद्रन की महत्वपूर्ण भूमिका

वर्तमान में राज्य भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई और अन्नादम्रुक (AIADMK) के प्रमुख नेता ई पलानीस्वामी तमिलनाडु के प्रभावशाली गौंडर समुदाय से आते हैं। इस समुदाय की पश्चिमी तमिलनाडु में काफी प्रभाव माना जाता है। जबकि नागेंद्रन तमिलनाडु के महत्वपूर्ण थेवर समुदाय से आते हैं। ऐसे में बीजेपी चाहती है कि पार्टी की कमान किसी ऐसे समुदाय को सौंपी जाए जिसका प्रभाव पूरे प्रदेश में हो। साथ ही जातीय और गठबंधन संतुलन बना रहे।

जेल में 15 कैदी पाए गए HIV पॉजिटिव, कारागार में मचा हड़कंप, आनन फानन में प्रशासन ने उठाए ये कदम

वर्तमान में बीजेपी और अन्नाद्रमुक के बीच गठबंधन नहीं है। हालांकि दोनों दलों के शीर्ष नेता कई बार मुलाकात कर चुके हैं। वहीं अगले साल 2026 में विधानसभा चुनाव होना है। जिसमें दोनों ही दल विपक्ष को मजबूत करते हुए एक साथ आने के मुद्दे पर विचार कर रहे हैं। इसी भूमिका को देखते हुए नागेंद्रन को प्रदेश की कमान सौंपी जा सकती है। चूंकि इससे जहां दोनों पार्टियों को फायदा होगा वहीं नागेंद्रन अपनी पुरानी पार्टी के साथ संबंध को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।