किसान आंदोलन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि अब 29 फरवरी तक के लिए दिल्ली चलो मार्च को टाल दिया गया है। असल में एक किसान की मौत के बाद से जमीन पर तनाव की स्थिति बनी हुई है, पहले भी उस वजह से दिल्ली कूच को टाल दिया गया था। अब उसी तारीख को और ज्यादा आगे बढ़ा दिया गया है।
बड़ी बात ये है कि किसानों को अभी तक सरकार से पांचवी बातचीत का प्रस्ताव नहीं आया है। ऐसे में ये तकरार और ज्यादा खिच सकती है और विवाद भी बढ़ सकता है। वैसे सरकार की तरफ से तो पहले ही कई तरह के वादे कर दिए गए हैं। गन्ना किसानों को बड़ी सौगात देते हुए खरीद मूल्य भी आठ फीसदी तक बढ़ा दिया गया है। लेकिन किसान इससे खुश नजर नहीं आ रहे हैं, वे तो अभी भी अपनी पुरानी मांगों पर अडिग हैं।
इसके ऊपर कल यानी कि शनिवार को किसान द्वारा कैंडल मार्च निकालने की तैयारी है। किसान संगठन के नेता सरबन सिंह पंढेर ने कहा है कि शुभकरण सिंह की मौत के बाद से हम सभी दुखी हैं। इसलिए 24 फरवरी को कैंडल मार्च निकाला जाएगा। वैसे जिस शख्स की मौत का दावा किया गया है, हरियाणा पुलिस ने उसे सिरे से खारिज कर दिया था, कहा गया था कि ये अफवाह मात्र है।
अभी के लिए किसान और सरकार के बीच में कई दिनों से चला आ रहा गतिरोध बना हुआ है। चुनावी मौसम में केंद्र के लिए ये आंदोलन एक सिरदर्दी बनता जा रहा है, एक तरफ पुलिस बल को लगातार जमीन पर मुस्तैद रहना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ इस मुद्दे पर सियासत भी तेज हो चुकी है। किसानों को दिल्ली ना जाने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान लगातार हमलावर हैं। उनका तर्क है कि दिल्ली में किसानों को जंतर-मंतर या कोई दूसरी जगह प्रदर्शन करने के लिए दे देनी चाहिए।