Gurpatwant Singh Pannun Assassination Attempt: खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिका की एक जेल में बंद भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने बताया है कि उनसे पिछले 7 महीने में भारत ने किसी भी तरह का कोई संपर्क नहीं किया है। निखिल गुप्ता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि उनका परिवार इस बारे में कई बार सरकार से अनुरोध भी कर चुका है लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
निखिल गुप्ता के परिवार ने विदेश मंत्रालय के अफसरों को भी कई बार ई-मेल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
निखिल गुप्ता इन दिनों न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में स्थित मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद हैं। उन्होंने ये बातें एक मध्यस्थ के जरिये द इंडियन एक्सप्रेस को बताई।
विकास यादव को नहीं जानता: निखिल गुप्ता
बताना होगा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले में विकास यादव का भी नाम सामने आया था। गुप्ता ने कहा कि उनकी विकास यादव से किसी तरह की कोई पहचान नहीं है और इस मामले में अमेरिका के द्वारा सामने रखे गए सबूत पूरी तरह झूठ हैं।
बताना होगा कि 2 महीने पहले अमेरिका के एक पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने विकास यादव को ‘भारत का अधिकारी’ बताया था। विकास यादव फिलहाल भारत में ही है और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उनके खिलाफ रंगदारी मांगने का एक मामला दर्ज किया था और इस मामले में वह जमानत पर है।
निखिल गुप्ता को पिछले साल 14 जून को प्राग से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। इसके बाद से ही उन्हें भारत की ओर से किसी भी तरह का कॉन्सुलर एक्सेस नहीं मिला है। द इंडियन एक्सप्रेस को निखिल गुप्ता ने बताया कि भारतीय दूतावास की ओर से कोई भी उनसे मिलने नहीं आया।
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विकास यादव और गुप्ता पर क्या हैं आरोप?
अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक, विकास यादव और निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने और मनी लॉन्ड्रिंग करके धन जुटाने का आरोप है। इस मामले में कम से कम 20 साल की सजा का प्रावधान है।
भारत सरकार पन्नू की साजिश में किसी भी तरह की भूमिका होने से पूरी तरह इनकार कर चुकी है। विदेश मंत्रालय कह चुका है कि विकास यादव अब भारत सरकार के कर्मचारी नहीं हैं।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था निखिल गुप्ता का परिवार
साल 2023 के अंत में गुप्ता के परिवार ने भारत में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और इस मामले में दखल देने की मांग की थी। लेकिन शीर्ष अदालत ने उनके इस मामले को ‘संवेदनशील’ बताते हुए याचिका को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि सरकार को इस मामले में कोई कार्रवाई करनी चाहिए।
निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य की कानून एजेंसियों ने 30 जून, 2023 को अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर गिरफ्तार किया था। बताना होगा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत में खालिस्तानी आतंकी घोषित किया गया है। पन्नू अमेरिका का नागरिक है।
आर्थिक रूप से कमजोर हो गया परिवार
निखिल गुप्ता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस लड़ाई को लड़ने की वजह से उनका परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हो गया है और अब वह अपने प्राइवेट वकील से सेवाएं नहीं ले सकते।
निखिल गुप्ता ने बातचीत में कहा कि उन पर पूरी लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह झूठ हैं और उन्हें अपने घर और परिवार से दूर कैद कर दिया गया है। तमाम मुश्किलों के बाद भी वह खुद को मजबूत दिखाना चाहते हैं क्योंकि वह जानते हैं कि उनके द्वारा कही गई बातों को उनकी मां, पत्नी और बच्चे पढ़ेंगे या सुनेंगे।
गुप्ता भारत में अपने परिवार से महीने में कम से कम एक बार या इससे ज्यादा बार बात भी बात कर सकते हैं।
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