केरल की वायनाड लोकसभा सीट के लिए 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे। लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के वायनाड और रायबरेली सीट से चुनाव जीतने के बाद उन्होंने रायबरेली सीट बरकरार रखी थी और वायनाड सीट खाली कर दी थी। जिसके बाद अब कांगेस ने वायनाड से प्रियंका गांधी को उतारा है। वहीं, दूसरी ओर वरिष्ठ भाकपा नेता और पूर्व विधायक सत्यन मोकेरी (Sathyan Mokeri) उपचुनाव में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के उम्मीदवार होंगे।
यह निर्णय गुरुवार को आयोजित सीपीआई राज्य परिषद की बैठक में लिया गया। पार्टी के राज्य सचिव बिनॉय विस्वोम ने कहा, “मोकेरी इस मुकाबले को पूरी तरह से राजनीतिक लड़ाई बना सकते हैं। वह देश में कई किसान संघर्षों के नेता हैं। हम वायनाड में एलडीएफ उम्मीदवार के रूप में एक वरिष्ठ किसान नेता को उतार रहे हैं ।”
70 वर्षीय सत्यन मोकेरी वर्तमान में भाकपा की किसान शाखा अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव हैं और पार्टी नियंत्रण आयोग के सचिव भी हैं। कोझिकोड जिले के मोकेरी के रहने वाले भाकपा नेता 1987 से 2001 तक तीन बार विधायक रहे और नादापुरम विधानसभा सीट से भी विधायक रहे।
सत्यन मोकेरी 2014 के लोकसभा चुनाव में वायनाड से एलडीएफ उम्मीदवार थे
सत्यन मोकेरी पार्टी की छात्र शाखा ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन के ज़रिए पार्टी में शामिल हुए और राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व तक पहुंचे। वह सीपीआई के राज्य सहायक सचिव रहे हैं। उन्होंने राज्य कृषि ऋण राहत आयोग के सदस्य के रूप में भी काम किया है। मोकेरी 2014 के लोकसभा चुनाव में वायनाड से एलडीएफ उम्मीदवार थे लेकिन कांग्रेस के मौजूदा सांसद एमआई शानवास से 20,870 मतों से हार गए थे।
वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगी प्रियंका गांधी, कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों का किया ऐलान
सत्यन मोकेरी ने कहा कि वह शनिवार से चुनाव प्रचार शुरू करेंगे। उन्होंने कहा, “वायनाड के लोग हमेशा से वामपंथी आंदोलन के साथ रहे हैं। हम चुनाव को राजनीतिक लड़ाई के तौर पर देखते हैं और उम्मीद करते हैं कि मतदाता हमारी राजनीति को स्वीकार करेंगे।”
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सीपीआई ने एनी राजा को वायनाड से चुनाव मैदान में उतारा था। चुनाव में राहुल गांधी लगातार दूसरी बार इस सीट पर विजयी हुए थे।
पहली बार चुनाव मैदान में उतरेंगी प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पहली बार चुनाव लड़ने जा रही हैं। प्रियंका इससे पहले उत्तर प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी थीं, अब वह वायनाड के चुनावी मैदान में नजर आएंगी। वायनाड उपचुनाव के लिए अपने नाम की चर्चा के बीच प्रियंका गांधी ने कहा था, “मैं बिल्कुल भी नर्वस नहीं हूं। मैं वायनाड का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होने के लिए बहुत खुश हूं। मैं बस इतना कहूंगी कि मैं उन्हें राहुल गांधी की अनुपस्थिति महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी और सभी को खुश करने और एक अच्छी प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी।”