प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले ही कई सांसदों के साथ संसद कैंटीन में लंच किया था। उन्होंने उस लंच को एक ‘सजा’ का नाम दिया था और उसके बाद काफी देर तक उन सांसदों के साथ बातचीत की। उस लिस्ट में केरल के सांसद MP N K Premachandran भी शामिल थे जो राज्य में ही कांग्रेस के साथ गठबंधन वाली पार्टी RSP का हिस्सा हैं।
अब एनके प्रेमचंद्रन का पीएम मोदी के साथ लंच करना उन्हें सियासी नुकसान दे गया है। लेफ्ट पार्टी ने आरोप लगा दिया है कि कांग्रेस और बीजेपी का एक नेक्सस है जो बड़े स्तर पर काम कर रहा है। ये आरोप भी इसलिए लगाया गया है क्योंकि केरल में RPS का कांग्रेस के साथ गठबंधन है। सीपीएम की ट्रेड यूनियन विंग ने कोल्लम में एक विरोध मार्च निकाला और प्रेमचंद्रन के इस्तीफे की मांग कर दी। तर्क दिया गया कि उनके बीजेपी के साथ करीबी रिश्ते हो गए हैं।
इसी को आधार बनाते हुए सीपीआईएम नेता ईपी जयराजन ने कहा कि पीएम मोदी के साथ किया गया लंच साबित करता है कि यूडीएफ और बीजेपी के करीबी रिश्ते हैं। यहां तक कहा गया कि प्रेमचंद्रन सिर्फ उन्हीं लोगों का साथ दे रहे हैं जो इस देश के सोशल फैब्रिक को तबाह करने का काम कर रहे हैं। जिन्होंने उत्तराखंड में मस्जिद और मदरसा तोड़े हैं, उनके साथ हाथ मिलाया गया है।
इसी कड़ी में इंडियन नेशनल लीग ने भी प्रेमचंद्रन पर आरोप लगाया कि उन्होंने एक हिंदुत्व एजेंडे वाली पार्टी के साथ खाना खाया है, वे यूडीएफ का भी भगवाकरण करना चाहते हैं। वे लंच में सिर्फ इसलिए गए थे जिससे एक बड़े मंच पर दिखाया जा सके कि वहां पर कांग्रेस और बीजेपी का गठबंधन है।