Kerala Floods 2018 Latest News Today, Kerala Weather Forecast Today: केरल में बारिश थमने से आखिरकार लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली, मगर इससे पहले भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से मची त्रासदी ने लाखों लोगों को बेघर कर दिया और सैकड़ों की जानें ले लीं। प्रदेश में बाढ़ की विभीषिका के कारण 7,24,649 लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है। बाढ़ पीड़ितों के लिए 5,645 राहत शिविर बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमारी सबसे बड़ी चिंता लोगों की जान बचाने की थी। लगता है कि इस दिशा में काम हुआ।”
केरल में आखिरकार बाढ़ के सबसे विनाशकारी दौर समाप्त होने के संकेत मिले और कई शहरों व गांवों में जलस्तर में कमी आई। मुख्यमंत्री ने कहा, “शायद यह अब तक की सबसे बड़ी त्रासदी है, जिससे भारी तबाही मची है। इसलिए हम सभी प्रकार की मदद स्वीकार करेंगे।” उन्होंने बताया कि 1924 के बाद प्रदेश में बाढ़ की ऐसी त्रासदी नहीं आई। विजयन ने कहा कि बचाव कार्य का अंतिम चरण जारी है। कई व्हाट्सएप ग्रुप पर मदद की मांग की जा रही है, खासतौर से अलप्पुझा से मदद मांगी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 22,034 लोगों को बचाया गया है।
सर्वाधिक प्रभावित स्थानों जहां लोग पिछले तीन दिनों से भोजन या पानी के बिना फंसे हुए हैं, उनमें चेंगन्नूर, पांडलम, तिरुवल्ला और पथानामथिट्टा जिले के कई इलाके, एर्नाकुलम में अलुवा, अंगमाली और पारावुर में शामिल हैं। पारावुर, एर्नाकुलम के कांग्रेस विधायक वी.डी. सतीशन ने राहत टीम को भेजने में नाकाम रहने को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय की निंदा की। इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने कहा कि हालांकि कई क्षेत्रों में जलस्तर कम हो गया है, लेकिन बड़े पैमाने पर संकटपूर्ण स्थितियों के कारण संभवत: चिकित्सा सुविधाएं कुछ क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाई हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केरल बाढ़ राहत कोष में 10 करोड़ रुपए की मदद राशि देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि वह केरल बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री बाढ़ राहत कोष में 10 करोड़ रुपए का योगदान देने का फैसला किया है।
केरल सरकार ने राज्य के उन सभी मछुआरों को सम्मानित करने की घोषणा की है जो बाढ़ राहत कार्यों में शामिल हैं। सीएमओ केरल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। ट्वीट में कहा गया है कि राज्य के जिन मछुआरों की नावें राहत कार्यों में इस्तेमाल होंगी उन्हें प्रति दिन के हिसाब से 3000 रुपए दिए जाएंगे। साथ ही राहत कार्यों के दौरान नावों को होने वाले नुकसान पर उसकी रिपेयरिंग का खर्च भी राज्य सरकार उठाएगी।
तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मोहम्मद महमूद अली ने अपनी एक महीने की सैलरी केरल को डोनट करने की घोषणा की है।
केरल की बाढ़ विभीषिका में स्थानीय लोग भी राहत कार्यों में जुट गए हैं। अपनी क्षमतानुसार स्थानीय लोग जरूरतमंद लोगों की मदद में लगे हुए हैं। ऐसा ही एक नजारा अलपुज्जा जिले के चेंगनूर में देखने को मिला। यहां स्थानीय लोग मिलकर लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर ले जाने की कोशिश में लगे हैं।
कानपुर में केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए खास हवन किया गया। हवन के लिए एकत्रित लोगों नें बाढ़ में मृत लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। लोगों ने हाथों में कागज के बैनर लिए हुए हैं जिस पर मृतकों की आत्मा की शांति के संदेश लिखे हैं।
बाढ़ प्रभावित राज्य केरल के लिए मुंबई ने स्पेशल कार्गो फ्लाइट से भोजन सहित 30 टन राहत सामग्री भेजी है। इसके अलावा 70 डॉक्टरों वाले एक मेडिकल टीम भी केरल की ओर रवाना किया गया है। यह टीम सोमवार को केरल पहुंचेगी।
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर केरल के हालात पर दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर के लोग केरल के लोगों के साथ हैं। मणिपुर के लोग केरल के लोगों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य की ओर से 2 करोड़ रुपए रिलीफ फंड के तौर पर दिए जाने की जानकारी दी। वहीं असम के मुख्यमंत्री ने सर्बानंद सोनोवाल ने भी केरल में बाढ़ से हुई जन-धन की हानि पर दुख जताया है। उन्होंने राज्य की ओर से केरल को सरकार को बाढ़ से बचाव कार्यों में सहयोग के लिए 3 करोड़ की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
टीवीएस एंड सन्स के सीईओ राघवन ने केरल के मुख्यमंत्री से त्रिवेंद्रम में मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को 1 करोड़ रुपए की मदद राशि सौंपी। इसके अलावा उनकी ओर से भोजन और जरूरत के अन्य सामानों के दो कंटेनर्स मदुरै से केरल भेजे जाएंगे।
केंद्र सरकार ने जानकारी दी कि कल यानी सोमवार को 14 लाख लीटर साफ पानी लेकर एक स्पेशल ट्रेन और 8 लाख लीटर पानी लेकर नेवी शिप को केरल पहुंचाया जाएगा।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने रविवार को कहा कि राज्य में आई विनाशकारी बाढ़ से बेघर हुए कुल 724,649 लोग 5,645 शिविरों में पनाह लिए हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक की सबसे भयावह बाढ़ों में से एक में अब तक 370 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य में भारी तबाही हुई है। विजयन ने बाढ़ के सबसे भयावह दौर की समप्ति के संकेतों के बीच मीडिया को बताया, "हमारी पहली चिंता जिंदगियां बचाने की है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह इच्छा पूरी होगी।" उन्होंने कहा कि कई शहरों व कस्बों में आखिरकार पानी का स्तर कम होना शुरू हो गया है।
जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने रविवार को केरल के बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए दो करोड़ रुपये की राहत राशि की घोषणा की। जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एन.एन. वोहरा ने दक्षिणी राज्य में विनाशकारी बाढ़ से सैकड़ों निर्दोष लोगों की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को यह जानकारी दी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि केंद्र ने बाढ़ प्रभावित केरल में किसी तरह की महामारी को रोकने के लिए 3,757 मेडिकल शिविर लगाए हैं। हालांकि, अब तक किसी भी संक्रामक रोग के प्रकोप की सूचना नहीं है। मंत्रालय के एक बयान में कहा गया, "हालांकि अभी किसी भी संक्रामक बीमारी के प्रकोप की कोई सूचना नहीं है लेकिन स्वास्थ्य जानकारों की राय है कि बाढ़ का पानी घटने के साथ माहौल संक्रामक बीमारियों के अनुकूल हो जाएगा। राज्य को दैनिक निगरानी के लिए कहा गया है जिससे किसी भी प्रकोप के शुरुआती संकेतों का पता लगाया जा सके।"
केरल के सीएम पिनराई विजयन ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। उन्होंने राहत कार्य में जुटी सभी रेस्क्यू टीमों का और बाढ़ पीड़ितों की मदद को आगे आई आम जनता का भी आभार जताया है। न्यूज 18 इंडिया के मुताबिक सीएम ने कहा कि केंद्र ने अधिक मदद देने का आश्वासन दिया है।
गोवा के जल संसाधन मंत्री विनोद पालेकर ने रविवार को कहा कि वह बाढ़ग्रस्त केरल के राहत कोष में अपनी एक महीने की तनख्वाह दान करेंगे। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "केरल में बाढ़ से जूझ रहे हमारे भाईयों व बहनों को देखकर बहुत दुखी हूं। उन्हें पुनस्र्थापित करने और राहत कार्यो में सहायता के लिए एक छोटे से योगदान के रूप में मैंने केरल राहत कार्यो के लिए एक महीने की तनख्वाह दान करने का फैसला किया है।"
केरल में बचाए गए एक बाढ़ पीड़ित ने रविवार को ट्वीट कर कोट्टायम एनसीसी इकाई के प्रयासों की सराहना की और कहा, "सभी मंदिर, मस्जिद और गिरजाघर जलमग्न हो गए लेकिन हमें बचाने के लिए भगवान वर्दी पहन कर आए।" पिछले कई दिनों से भारी बारिश व बाढ़ से जूझ रहे केरल में नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की कोट्टायम इकाई और लक्षद्वीप निदेशालय बचाव व राहत प्रयासों में सक्रिय रूप से भूमिका निभा रहे हैं।
देश के कई हिस्सों से, कई राज्यों से राहत सामग्री केरल भेजी जा रही है। मुंबई से बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री लेकर आईएनएस मैसूर केरल जाएगा। आईएनएस मैसूर में सामान लोड किया जा रहा है।
केरल में तेज बारिश के कारण भूस्खलन भी हो रहा है। नेल्लीयमपैथी हिल रोड में काफी भयंकर भूस्खलन हुआ है। यहां रोड को साफ करने का काम किया जा रहा है।
बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने बाढ़ प्रभावित केरल के लिए लोगों से भावुक अपील करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, 'केरल में लगातार होने वाली बारिश के कारण तबाही भयावह है। हमारे हजारों भाई और बहन गहरी पीड़ा में हैं। केरल के लोगों की जरूरत के लिए हम जितना कर सकते हैं हमें योगदान करना चाहिए… मैं भी और आप भी जरूर करें।'
मौसम विभाग के अधिकारी मृत्युंजय मोहपात्रा ने अनुमान जताया है कि अगरे पांच दिनों तक केरल में तेज बारिश नहीं होगी। उन्होंने कहा, 'ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अगरे पांच दिनों तक केरल में तेज बारिश नहीं होगी, धीरे-धीरे राज्य में बारिश कम होती जाएगी।'
केरल के एरुमाचेरी में रेपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों द्वारा बाढ़ के पानी को ब्लॉक करने के लिए अस्थाई पुल का निर्माण किया जा रहा है। आरएएफ कोयंबटूर डिप्टी कमांडर ने कहा, 'बांध के गेट खोलने के कारण इस इलाके की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और धान के खेतों में पानी भर गया है। पुल से पानी का ओवरफ्लो रुकेगा।'
क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी केरल की स्थिति को देखकर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'इस वक्त केरल की स्थिति सही में बहुत ही खराब है। वहां चाइल्ड केयर प्रॉडक्ट्स की कमी है। कृपया आप सभी लोग कुछ न कुछ डोनेट करें, इससे काफी मदद मिलेगी।'
बाढ़ से जूझ रहे केरल की मदद करने के लिए हर कोई आगे आ रहा है। इंडियन स्पेस रीसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) भी बाढ़ से हो रही तबाही से निपटने में मदद कर रहा है। इसरो के पांच सैटेलाइट लगातार राहत कार्य में मदद कर रहे हैं। टीओआई के मुताबिक इसरो से जुड़े एक अधिकारी ने जानकारी दी कि इनसैट 3DR, कार्टोसैट-2 और 2ए, रिसोर्ससैट-2, और ओशनसैट-2 लगातार ही बाढ़ की तस्वीरें भेज रहे हैं। इन तस्वीरों से बाढ़ की असली स्थिति का पता चल रहा है और राहत एवं बचाव कार्य की प्लानिंग करने में मदद मिल रही है।
कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीयूएसएटी) में नेवी के 21 जवानों द्वारा कम्यूनिटी किचन बनाया गया है। स्थानीय लोगों और छात्रों की मदद से यह किचन पिछले तीन दिनों से बाढ़ पीड़ितों को भोजन मुहैया करा रहा है।
केरल में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। दक्षिणी वायु कमांड के एयर मार्शल बी सुरेश ने जानकारी दी कि अभी एयर फोर्स स्टेशन पर 288 बोट्स मौजूद हैं। ऋषिकेश से भी रिवर राफ्टिंग के कई सारे वालंटियर्स केरल आ गए हैं। 26 हेलीकॉप्टर ऑपरेशन में लगे हुए हैं। त्रिवेंद्रम और कोच्चि में टास्क फोर्स कमांडर्स की एक-एक टीम तैनात है।
भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस दीपक ने कोच्चि स्थित दक्षिणी नौसेना कमान पर राशन और पेयजल उतार दिया है। यहां से यह सामग्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचाई जाएगी।
कर्नाटक में सीएम कुमारस्वामी ने अवर्थी गांव में बाढ़ में अपना घर खोने वालों को चेक प्रदान किया और सोमावरपट व आसपास के बारिश प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। कुमारस्वामी ने हाल में ही बाढ़ में अपना घर खोने वालों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की थी।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री गिरा रही वायु सेना। कोच्चि नेवल बेस पर कम्युनिटी किचन बनाया गया है, यहां पर करीब 7000 लोग भोजन ग्रहण कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल विनाशकारी बाढ़ से जूझ रहे केरल को राहत राशि के रूप में 10 करोड़ रुपये देगा। ममता ने ट्वीट किया, "केरल में बाढ़ से जूझ रहे लोगों के प्रति मेरे दिल में हमदर्दी है। इस संकट की घड़ी में हम केरल के बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ हैं और हमने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 10 करोड़ रुपये योगदान देने का फैसला किया है।" उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, "हम आपदा से निपटने के लिए जरूरी अन्य सहयोग व सहायता देने के लिए भी तैयार हैं।"
त्रिशूर: एनडीआरएफ की टीम ने चेरपू पुलिस स्टेशन क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित अलप्पड़ गांव से एक गर्भवती महिला को बचाया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केरल के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की और बाढ़ की स्थिति के बारे में पूछताछ की। राष्ट्रपति ने केरल के लोगों को भरोसा दिलाया कि इन परिस्थितयों में पूरा देश उनके साथ था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संतोष व्यक्त किया कि केरल में बचाव और राहत कार्यों में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही थीं। उन्होंने राज्य और केंद्रीय स्तर पर एनडीआरएफ और सार्वजनिक अधिकारियों की प्रतिक्रिया और प्रतिबद्धता के लिए प्रशंसा की।
पारावुर, एर्नाकुलम के कांग्रेस विधायक वी.डी. सतीशन ने राहत टीम को भेजने में नाकाम रहने को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय की निंदा की। इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने कहा कि हालांकि कई क्षेत्रों में जलस्तर कम हो गया है, लेकिन बड़े पैमाने पर संकटपूर्ण स्थितियों के कारण संभवत: चिकित्सा सुविधाएं कुछ क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाई हैं। मंत्री ने कहा, "ऐसा इसलिए है क्योंकि चिकित्सकों ने प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचना मुश्किल पाया और अब तक यह समस्या लगभग हल हो गई है। हमें बड़ी मात्रा में दवाएं चाहिए। संक्रमण संबंधी बीमारियों को रोकने के लिए एक प्रमुख स्वास्थ्य अभियान की योजना बनाई जा रही है।" उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों की मेडिकल टीमें जल्द ही पहुंच जाएंगी।
अलाप्पुझा में बचाव कार्य में मदद के लिए आए फंसे मछुआरों के एक समूह ने अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी होने की शिकायत की। समूह ने कहा, "हमने कई लोगों को बचाया लेकिन अब हम जहां से अपनी नाव से आए थे, वहां लौटने में हमारी मदद करने के लिए कोई नहीं है। हमने बचाव कार्यो में अपने जीवन को खतरे में डाल दिया लेकिन अब हमारी मदद के लिए कोई नहीं है।"
चेंगन्नूर में एक सरकरी स्कूल को राहत कैंप में तब्दील कर दिया गया है। यहां कुल 115 लोगों ने शरण ले रखी है। वहीं इडुक्की में एक वेटरिनरी अस्पताल को शेल्टर में बदलकर 35 लोगों को यहां रखा गया है।
केरल: सुबह 10 बजे इडुक्की रिजर्वायर का जलस्तर 2402.28 फीट था। पेरियार नदी में हर घंटे 913 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। दो शटर बंद कर दिए गए हैं।
कोच्चि में नेवल स्टेशन आईएनएस गरुड़ पर नेवल एडवांस्ड हेलिकॉप्टर, चेतक हेलिकॉप्टर और नेवल सी किंग हेलिकॉप्टर में बाढ़ में फंसे हुए लोगों के लिए राहत सामग्री लोड की जा रही है।
मैं केरल के लोगों के लिए परेशान हूं। मेरी पत्नी और मैंने केरल में व्यक्तिगत तौर पर लोगों की मदद करने का फैसला किया है। आप भी मदद कर सकते हैं, मैं कहूंगा कि आप करें। उनको याद करिए जो चले गए और केरलवासियों के लिए प्रार्थना करिए जो अभी अपनी लड़ाई लड़ रहे हैंः अखिलेश यादव, पूर्व CM
आंध्र प्रदेश का आईएएस ऑफिसर्स असोसिएशन अपने सदस्यों की एक दिन की सैलरी केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दान करेगा। स्वयंसेवकों की एक टीम 'अंबोदु कोची' ने केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री इकट्ठा करने को कलेक्शन सेंटर बनाए हैं। टीम ने पीड़ितों की मदद करने के लिए कॉल सेंटर भी शुरू किया है। तकरीबन 40 लोग मोबाइल और लैपटॉप पर फोन रिसीव करने और पीड़ितों से संपर्क करने के लिए लगे हैं।