Kerala Flood, Karnataka, Maharashtra, Gujarat Rains, Weather Forecast Today News Updates: बाढ़ के कहर से अब तक केरल में ही केवल 88 लोगों की जाने जा चुकी हैं। पिछले कई दिनों से बाढ़ के चपेट में कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्य की भी हालात ठीक नहीं है। महाराष्ट्र में 48 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं कर्नाटक में 42 लोगों के मरने की खबर है। गुजरात में मरने वालों की संख्या कुल 31 हो गई है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), वायुसेना, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन बाढ़ प्रभावित राज्यों में राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।
Kerala Flood, Karnataka, Maharashtra, Gujarat Rains, Weather Forecast Today Updates: केरल में बाढ़ से भारी तबाही अब तक 85 लोगों की हुई मौत, राहत एवं बचाव कार्य जारी
Kerala Flood, Karnataka, Maharashtra, Gujarat Rains, Weather Forecast Today News Updates: केरल में 88 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं कर्नाटक में 42 लोगों के मरने की खबर है। गुजरात में मरने वालों की संख्या कुल 31 हो गई है।
Written by Kumarsambhava Jain
नई दिल्ली
Updated: 
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First published on: 14-08-2019 at 00:15 IST
Highlights
महाराष्ट्र में कृष्णा और पंचगंगा नदियों का जलस्तर कम हो रहा है लेकिन बाढ़ प्रभावित सांगली तथा कोल्हापुर में अब भी खतरे के निशान से ऊपर है। इसके साथ ही पश्चिमी महाराष्ट्र मंगलवार को सामान्य स्थिति की ओर लौट रहा है तथा अब ध्यान लाखों लोगों के पुनर्वास पर केंद्रित है।
कर्नाटक में पिछले कुछ दिन से जारी बारिश और बाढ़ के कारण प्रभावित इलाके से पानी घटने के बाद अब हालात में सुधार हो रहा है। वर्षा और बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में मृतकों की संख्या 54 हो गयी है और तकरीबन चार लाख लोग 1151 राहत शिविरों में पनाह लिए हुए हैं।
देश के बाढ़ प्रभावित चार राज्यों केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात में मंगलवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 225 हो गई।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और सभी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्य में बाढ़ से हुई तबाही के मद्देनजर मंगलवार (13 अगस्त) मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए अपना एक महीने का वेतन दान करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक अधिकारी ने कहा, इस राशि का उपयोग बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत देने और उनके पुनर्वास की सुविधा प्रदान करने के लिए किया जाएगा। बाढ़ ने सतारा, पुणे और सोलापुर जिलों को प्रभावित करने के अलावा पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिलों में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है।
महाराष्ट्र में पुणे, कोल्हापुर और सतारा जिलों के पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ जगह बुधवार (14 अगस्त) को भारी से अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की ओर से मंगलवार (13 अगस्त) को जारी पूर्वानुमान ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है क्योंकि पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिले भयंकर बाढ़ से अब भी उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कोयना, वारना और राधानगरी सहित कई बांध सहयाद्रि पर्वतीय रेंज की तलहटी में स्थित हैं।
ओडिशा में लगातार बारिश के चलते बौध, बोलनगीर, कालाहांडी, कंधमाल और सोनपुर जिलों में कुछ जगहों पर पटरी पर पानी भर जाने के कारण पश्चिमी राज्य के कई हिस्सों में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। राष्ट्रीय राजधानी में भी मंगलवार को बारिश हुई, वहीं हिमाचल प्रदेश में भी कई जगहों पर भारी बारिश हुई।
मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने 15 अगस्त को वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से जिला और तालुका स्तर के कार्यक्रमों में स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय झंडा फहराने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अकेले ही सभी विभागों का प्रभार देख रहे हैं और उन्होंने किसी को मंत्री नहीं बनाया है। आम तौर पर मंत्री जिला मुख्यालयों में झंडा फहराते हैं।
महाराष्ट्र में बाढ़ के चलते कुल 48 लोगों की जान जा चुकी हैं वहीं 3 लोग अभी भी लापता हैं। बता दें कि बाढ़ से सबसे ज्यादा कोल्हापुर और सांगली जिला प्रभावित है।
कर्नाटक सरकार के अनुसार, ‘बाढ़ की स्थिति अब सामान्य हो रही है। बाढ़ प्रभावित जिलों में अब पानी धीरे-धीरे घटना शुरू हो गया है और बाढ़ की स्थिति में सुधार हो रहा है।’ इस दौरान कर्नाटक सरकार ने देश का स्वतंत्रता दिवस समारोह ‘सादे’ तरीके से मनाने का फैसला किया है। वह इसलिए क्योंकि राज्य के अधिकतर हिस्से बाढ़ और लगातार बारिश से प्रभावित हैं।
महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित कोल्हापुर और सांगली जिलों में बचाव अभियान पूरा हो गया है। पानी घटने से अब प्रभावित लोगों को आवश्यक सामग्री की आपूर्ति करने पर जोर बढ़ गया है।
मौसम विभाग ने केरल के इन तीन जिलों में ‘‘भारी बारिश’’ का अनुमान जताया है। बता दें कि केरल में एर्णाकुलम, इडुक्की और अलप्पुझा के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है क्योंकि राज्य के मध्य इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान है। वहीं तिरुवनंतपुरम में भारत मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक के संतोष ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र मजबूत होने से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है।
केरल में बाढ़ के कारण अब तक 88 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं पडोसी राज्य कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात में भी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है।