केरल में मेयर पद के बदले पैसे लेने के एक बड़े घोटाले ने कांग्रेस पार्टी में हलचल मचा रखा है। राज्य में हाल ही में हुए स्थानीय चुनावों में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने अधिकांश सीटें जीतकर पार्टी का मान बढ़ाया था।

जीत के बाद शुक्रवार को स्थानीय चुनावों के मेयर/अध्यक्ष चुनने को लेकर वोटिंग होगी। त्रिशूर कॉरपोरेशन में चार बार की पार्षद रही लैली जेम्स ने आरोप लगाए कि उनके साथी पार्षद डॉ निजी जस्टिन ने मेयर पद के लिए वरिष्ठ नेताओं को पैसे दिए हैं, इसलिए उन्हें मेयर बनाया गया है।

गुरुवार को कांग्रेस ने डॉ निजी को मेयर चुना

गुरुवार को त्रिशूर जिला कांग्रेस के नेतृत्व ने डॉ निजी को कॉर्पोरेशन के मेयर पद के लिए चुना, डॉ निजी कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष भी हैं। यह पद एलडीएफ से कई दशक बाद पार्टी को हासिल हुई है।

लैली ने किया बड़ा दावा

डॉक्टर (स्त्री रोग विशेषज्ञ) से बनी राजनेता लैली ने मीडिया को कहा, “पार्टी पैसा चाहती है। मुझे लगता है कि पार्टी पैसे के पीछे गई है। मेरे पास पैसे नहीं हैं केवल कड़ी मेहनत है। उनके (निजी) के परिवार अमीर हैं। मुझे बताया गया कि नेता लोग पैसे के बैग के पीछे भाग रहे हैं। मुझे नहीं पता कि पैसा कहां गया। लोग कह रहे कि यह पद पैसे देकर हासिल की जा सकती थी। मेरे पास पैसे नहीं है। मैं किसान परिवार से आती हूं।

‘कांग्रेस के लिए करूंगी वोट’

उन्होंने कहा, “मैं निजी के लिए वोट करूंगी। मैं यह वोट उसके लिए नहीं बल्कि कांग्रेस के लिए करूंगी। मैं पार्टी के लिए वोट करूंगी। अगर मुझ पर कोई अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाती है तो मैं उन नेताओं को सिखाऊंगी कि अनुशासन क्या होता है। मैं इन नेताओं के बारे में और खुलासे करूंगी। मैं पार्टी के बारे में बहुत सारी चीजों का खुलासा करूंगी। जो परदे के पीछे से पार्टी चला रहे हैं वह जानते हैं कि मानदंड किया हैं। मैंने पार्टी के लिए जमीनी स्तर से काम किया है।”

जिला कांग्रेस कमेटी त्रिशूर के अध्यक्ष जोसेफ तजेट ने कहा कि पार्टी नेतृत्व और पार्षदों से सलाह लेकर फैसला लिया गया है। वह (लैली) चार बार लड़ी। क्या उन्होंने पार्टी के टिकट के लिए किसी को पैसे दिए? वह कहती हैं वह गरीब हैं। यह दिखाता है कि हमने एक गरीब को सीट दी है। पार्टी जांच करेगी कि क्यों वह ऐसा कह रही और क्या उन्होंने किया। हमने प्रक्रिया के तहत फैसला लिया है।”

निजी ने कही ये बात

मेयर पद के लिए चुनी गई निजी ने कहा,”इन आरोपों पर केवल पार्टी के नेता ही जवाब देंगे। मैं 1999 से पार्टी के साथ जुड़ी हुई हूं। इन सालों में मैंने युवा कांग्रेस में जिला और राज्य स्तर पर नेतृत्व किया है। पार्टी के अलावा, मैं सामाजिक कार्यों में लगी रहती हूं।”

किसी भी वरिष्ठ नेता ने दखल नहीं दिया- विपक्ष नेता

विपक्ष नेता और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक वीडी साथीसन ने मीडिया से कहा, मेयर के चुनाव में किसी भी वरिष्ठ नेता ने दखल नहीं दिया। हमारे पास एक प्रक्रिया है, जो सभी स्थानीय निकायों के साथ जुड़ी है। एक से अधिक व्यक्ति मेयर बनने की आकांक्षा रखते हैं। अगर कोई शिकायत है तो केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी इस पर गौर करेगी।”

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