दलित छात्रा के साथ निर्मम बलात्कार और हत्या के मामले में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी में हो रही देर के कारण चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच केरल के मुख्य मंत्री ओमन चांडी ने बुधवार (4 मई) को पीड़िता की बीमार मां से पेरंबवूर स्थित अस्पताल में मुलाकात की और कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

वामपंथी छात्र संगठन डीवाइएफआइ के कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पीड़िता की मां को सांत्वना देते हुए कहा कि पीड़िता की बहन को सरकारी नौकरी दिलवाने के लिए कदम उठाए जाएंगे ताकि वह परिवार की मदद कर सके। चांडी ने कहा, ‘मैं आपको आश्वासन देता हूं कि इस निर्मम अपराध के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।’

मुख्यमंत्री ने इन आरोपों से इनकार कर दिया कि दोषियों की गिरफ्तारी में देरी के कारण यह मामला कमजोर पड़ गया है। उन्होंने कहा, ‘कोई भी चीज कड़ी कानूनी कार्रवाई को रोक नहीं पाएगी। मैं आपको आश्वासन देता हूं कि सरकार इसे एक बेहद गंभीर घटना के रूप में लेगी और हम दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे और उन्हें कानून के समक्ष पेश करेंगे।’ एर्नाकुलम में 30 साल दलित महिला के साथ हुए निर्मम बलात्कार और हत्या के मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए तीन लोगों को हिरासत में लिया है।

पीड़िता कानून की छात्रा थी और एक गरीब परिवार से थी। महिला के पेरम्बवूर स्थित घर में 28 अप्रैल को उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और फिर धारदार हथियारों से चोटें पहुंचा कर उसकी हत्या कर दी गई।इस अपराध में आधिकारिक तौर पर अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे राज्य के लोग स्तब्ध हैं।