दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का वजन 8 किलो कम होने को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं के दावे को तिहाड़ जेल प्रशासन ने खारिज कर दिया है। जेल प्रशासन ने रविवार को एक रिपोर्ट जारी कर साफ किया कि उनका वजह केवल 2 किलो कम हुआ है। रिपोर्ट में वजन कम होने की वजह भी बताई गई है। इसके लिए अरविंद केजरीवाल के रवैए को भी जिम्मेदार ठहराया गया है।

जेल की रिपोर्ट में सिलसिलेवार दी गई वजन की जानकारी

जेल के अधिकारियों ने रिपोर्ट कहा कि दिल्ली के सीएम खाना कम खा रहे हैं। वह अपने घर से आए भोजन को भी लौटा दे रहे हैं। अधिकारियों ने यह आशंका भी जताई कि शायद वह जानबूझकर लो कैलोरी वाले भोजन कर रहे हैं। रिपोर्ट में उनके वजन को लेकर सिलसिलेवार जानकारी दी गई है।

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 1 अप्रैल को जब वह पहली बार गिरफ्तार करके जेल लाए गये थे, तब उनका वजह 65 किलो था। इसके बाद उनका वजन एक किलो बढ़कर 66 किलो हो गया था। अंतरिम जमानत मिलने के बाद जब वह बाहर निकले तो उनका 64 किलो था। इसके बाद वह 21 दिनों तक जेल से बाहर रहे। 2 जून को वह फिर जेल लाए गये तो उनका वजन 63.5 किलो था। 14 जुलाई को उनका वजन 61.5 किलो था। यानी जेल आने के बाद केवल 2 किलो वजन कम हुआ।

इस बीच आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने रिपोर्ट के जवाब में कहा कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने मान लिया है कि अरविंद केजरीवाल का वजन घटा है। उन्होंने आशंका जताई कि कई बार शुगर लेवल कम होने पर वह नींद में कोमा में जा सकते हैं। शुगर लेवल कम होने पर ब्रेन स्ट्रोक का भी खतरा है।

इससे पहले अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर आम आदमी पार्टी लगातार सवाल उठाती रही है। पार्टी उनके वजन घटने का हवाला देकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर बनी हुई है। रविवार को दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश रच रही है। उन्होंने मीडिया वालों के सामने दो डॉक्टरों को बुलाकर जेल में बंद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य पर चिंता जताई। कहा कि बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य पर हमला करने की साजिश रची और उन्हें जेल में ही मारने का खतरनाक षडयंत्र चल रहा है।