Arvind Kejriwal News: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार देर शाम तिहाड़ जेल से बाहर आ गए। अब ऐसे में एक पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी भूमिका केंद्र में है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री के रूप में केजरीवाल पर कुछ प्रतिबंध भी लगाए हैं। जिसमें सचिवालय या अपने कार्यालय न जाना और किसी फाइल पर साइन न करना, जब तक कि उन्हें राज्यपाल की मंजूरी या स्वीकृति की जरूरत न हो। लेकिन इन सबसे इतर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल प्रचार करने के लिए पूरी तरह से आजाद हैं। देश के अंदर यात्रा करने या लोगों से मिलने पर उन पर कोई रोक नहीं है।
लेकिन इन सबके बावजूद केजरीवाल के लिए सबसे बड़ा काम ‘मिशन इलेक्शन’ है। यानी मिशन हरियाणा और मिशन दिल्ली विधानसभा चुनाव। क्योंकि आप के एक वरिष्ठ नेता ने पार्टी के इस अभियान को “मिशन इलेक्शन” बताया। पहला पड़ाव हरियाणा है। कांग्रेस के साथ गठबंधन की बातचीत विफल होने के बाद आप ने 90 में से 89 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के साथ-साथ सीएम की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी राज्य में प्रचार कर रहे हैं। अब सीएम के भी उनके साथ शामिल होने की उम्मीद है। पार्टी पर लगातार हमलों के कारण हरियाणा में हमारा अभियान उम्मीद के मुताबिक नहीं चला, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में अदालतों द्वारा हमारे नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के बचाव में आने के बाद इसमें तेजी आई है।”
सरकार की ओर से एक बड़ा निर्णय जिसका इंतजार है, वह है महिलाओं को 1,000 रुपये मासिक सहायता देने की मंजूरी। पार्टी ने इस साल बजट में वादा किया था और कुछ दिनों बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। उस समय मंत्रियों ने कहा था कि पैसे की पहली किस्त अक्टूबर तक वितरित कर दी जाएगी। जबकि कैबिनेट का मसौदा अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है, इसे उपराज्यपाल को भेजे जाने से पहले मुख्यमंत्री द्वारा जांचा और हस्ताक्षरित किया जाना होगा।
लेकिन एक अन्य नेता ने कहा कि इस समय पार्टी के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता दिल्ली विधानसभा चुनाव है। मौजूदा आप सरकार का कार्यकाल अगले साल फरवरी में खत्म हो जाएगा। नेता ने कहा कि दिल्ली हमारी राजनीति का मुख्य आधार है। यहीं से हमारी लड़ाई शुरू हुई। पंजाब में हमने सरकार बना ली है, जो एक पूर्ण राज्य है। लेकिन दिल्ली के लोगों के अधिकारों की लड़ाई हमारी राजनीति के केंद्र में रहेगी। हरियाणा चुनाव खत्म होने के बाद पार्टी का पूरा ध्यान संगठन को मजबूत करने, दिल्ली में घर-घर जाकर प्रचार करने और लोगों को यह दिखाने पर रहेगा कि केंद्र ने आप को कैसे प्रताड़ित किया है और लोगों और भाजपा की तानाशाही के बीच सिर्फ हम ही खड़े हैं।
शुक्रवार दोपहर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री आतिशी ने कहा कि शहर में जो भी काम रुके हुए थे, वे अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। पिछले 6-7 महीनों में जो भी काम रुके हुए थे और लोगों को जो परेशानियां हो रही थीं, वे सब सीएम के जेल से बाहर आने के बाद हल हो जाएंगी।
सरकारी अधिकारियों ने कहा कि वे जमानत शर्तों के माध्यम से सीएम पर लगाई गई सीमाओं पर कानूनी राय ले रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि हम कानूनी राय ले रहे हैं, खासकर अधिकारियों के साथ उनकी बैठकों पर और क्या यह उनके कार्यालय में उपस्थित होने के बराबर होगा।
(मल्लिका जोशी की रिपोर्ट)
