Jammu and Kashmir Pulwama Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बड़े फिदायीन हमले के तीन दिनों बाद अब गुजरात पर आतंकी हमले का साया मंडरा सकता है। रविवार (17 फरवरी, 2019) को इसी बाबत सूबे में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। कुछ टीवी रिपोर्ट्स की मानें तो ई-मेल के जरिए गुजरात में आतंकी हमला किए जाने की धमकी दी गई है। मेल में यह भी बताया गया है कि आतंकी ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को निशाना बना सकते हैं। ऐसे में राज्य का पुलिस महकमा सतर्क हो गया है। बता दें कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, देश के पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा है और वह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है।
इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुआ आतंकी हमला समूचे देश पर अटैक है। यह पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने का वक्त है। रविवार को हरियाणा के गोहाना में उन्होंने कहा- पुलवामा हमला एक कायराना कृत्य है। यह हमला मानवता के खिलाफ है। पाकिस्तान की आदत छद्म तरीके से ऐसे कृत्यों को अंजाम देने की है। दुश्मन का मुकाबला छद्म तरीके से करना हमारे खून में नहीं है, क्योंकि हम दुश्मन से सीधे मुकाबला करते हैं।
केजरीवाल के मुताबिक, पूरा देश एकजुट है और पाकिस्तान को एक मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। पाकिस्तान सोचता है कि वह ऐसे हमले कर सकता है और कुछ नहीं होगा। ऐसे में उसे इस बार उन्हें एक कड़ा जवाब दिया जाना चाहिए। यह देश पर एक हमला है, हम चुप नहीं बैठ सकते। इस समय पूरा देश केंद्र की हमारी सरकार, प्रधानमंत्री और सुरक्षा बलों के साथ है।

Highlights
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले को लेकर रविवार (17 फरवरी, 2019) को नई जानकारी सामने आई। ‘टीओआई’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीआरपीएफ के दस्ते पर फिदायीन हमले का मास्टरमाइंड अब्दुल राशिद गाजी माना जा रहा है। वह पाकिस्तान...पढ़ें खबर।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर विभिन्न क्षेत्रों के लोग पाकिस्तान के प्रति विरोध और नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। रविवार (17 फरवरी) को इसी क्रम में फिल्म फेडरेशन ने भी बड़ा ऐलान किया। कहा कि सभी फिल्म संस्थाओं ने फैसला लिया है कि वे हिंदी फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों का बहिष्कार करेंगी। ‘पीटीआई’ की रिपोर्ट में फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लाइज (एफडब्ल्यूआईसीई) के अध्यक्ष बी.एन.तिवारी बोले, “सभी...पढ़ें खबर।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद महाराष्ट्र में युवाओं ने सिर मुंडवा कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के शहीदों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाते हुए मोहाली क्रिकेट स्टेडियम के अंदर विभिन्न जगहों पर लगी पाकिस्तानी क्रिकेटरों की तस्वीरों को रविवार को हटा दिया। न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, पीसीए के कोषाध्यक्ष अजय त्यागी ने पीटीआई से बताया कि यह फैसला संघ के पदाधिकारियों की बैठक में लिया गया। त्यागी ने कहा, 'एक विनम्र कदम के तहत, पीसीए ने पुलवामा हमले के शहीदों के साथ एकजुटता दिखाने का फैसला किया। इस जघन्य हमले के बाद देश में काफी गुस्से का माहौल है और पीसीए भी उससे अलग नहीं है।'
उन्होंने कहा कि मोहाली स्टेडियम के विभिन्न जगहों पर पाकिस्तान क्रिकेटरों की लगभग 15 तस्वीरें लगी थी।त्यागी ने कहा कि जिन क्रिकेटरों की तस्वीरों को हटायी गयी है उसमें पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल है। उनके अलावा अफरीदी, जावेद मियादाद और वसीम अकरम शामिल हैं। इससे पहले, शनिवार को मुंबई स्थित क्रिकेट क्लब आफ इंडिया ने भी इस आतंकवादी हमले का अनूठा विरोध जताते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का पोस्टर ढंक दिया था।
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर फिल्म जगत ने भी पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। रविवार को विभिन्न फिल्म संगठनों ने खुला ऐलान किया कि वे पाकिस्तान के किसी भी कलाकार को हिंदी फिल्मों में काम नहीं करने देंगे। इतना ही नहीं, फिल्म इंडस्ट्री पंजाब के मंत्री, कांग्रेसी नेता और कपिल शर्मा के लाफ्टर शो में बतौर जज दिखने वाले नवजोत सिंह सिद्धू भी फिल्म संगठनों के निशाने पर आ गए हैं। फिदायीन हमले पर सिद्धू के पूर्व में दिए गए बयान पर फिल्म जगत में खासा नाराजगी है। ऐसे में फिल्म संगठनों ने निर्णय लिया है कि वे सिद्धू को काम नहीं देंगे।
पुलवामा आतंकी हमले में उत्तर प्रदेश के रहने वाले सीआरपीएफ कॉन्सटेबल पंकज कुमार त्रिपाठी भी पुलवामा हमले में शहीद हो गए थे। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके परिजन से मुलाकात की और उनके प्रति संवेदना व्यक्त की।
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर दिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह के एक बयान पर रविवार (17 फरवरी, 2019) को जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती बुरी तरह...पढ़ें खबर।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले से देश के लोग हतप्रभ जरूर हैं। लेकिन वे हताश नहीं हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि दहशतगर्दों को नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अवश्य सबक सिखाया जायेगा। महाजन ने यहां भाजपा के एक कार्यक्रम में कहा, "देश के लोग इस आतंकी घटना को लेकर हतप्रभ हैं। लेकिन वे हताश नहीं हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में उन्हें ऐसा मजबूत नेता मिला है, तो आतंकवादियों को सबक जरूर सिखायेगा।"
जम्मू-कश्मीर में पुलवामा हमले को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर कार्रवाई का दबाव दिन-ब-दिन बढ़ रहा है। इसी बीच, रविवार (17 फरवरी, 2019) को रक्षा विशेषज्ञों का पड़ोसी मुल्क की कायराना हरकतों से निपटने पर सुझाव आया। उनके मुताबिक, "दशकों से आतंकवाद को सरकारी नीति के रूप में इस्तेमाल करने वाले पाक को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग करने के साथ सैन्य कदम उठाकर सबक सिखने की जरूरत है।"
आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के क्षत-विक्षत शवों की सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही ‘फर्जी तस्वीरों’ के खिलाफ सीआरपीएफ ने रविवार को लोगों को आगाह किया। 14 फरवरी को हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। सीआरपीएफ ने कहा, ‘‘यह संज्ञान में आया है कि सोशल मीडिया पर कुछ शरारती तत्व हमारे शहीदों के क्षत-विक्षत शवों की फर्जी तस्वीरें नफरत पैदा करने के लिए साझा कर रहे हैं, जबकि हम एकजुट हैं।''
सीआरपीएफ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल सीआरपीएफइंडिया पर कहा, ‘‘कृपया इस तरह की तस्वीरें और पोस्ट सर्कुलेट/शेयर/लाइक न करें।'' सुरक्षाबल ने इस तरह की किसी भी विषय-वस्तु की सूचना ‘‘वेबपीआरओऐटसीआरपीएफडॉटजीओवीडॉटइन’’ पर देने को कहा है।
गुजरात के वडोदरा में रविवार को एक शादी के दौरान दूल्हा-दुल्हन ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जवानों को कुछ यूं श्रद्धांजलि दी।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने रविवार को कहा कि राजस्थान के आगामी शैक्षणिक सत्र में बच्चों को शहीदों के शौर्य के बारे में जानकारी देने के लिए शहीदों की गौरव गाथाएं पाठ्यक्रम में शामिल की जाएंगी। डोटासरा ने ''भाषा'' को बताया कि पाठ्यक्रम में शहीदों की गौरव गाथाएं किस रूप में होंगी, किस तरीके से होंगी और क्या-क्या शामिल किया जायेगा इस बारे में पाठ्यक्रम समिति फैसला करेगी। उन्होंने कहा जम्मू कश्मीर के पुलवामा की घटना दुखद है और पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने का स्वरूप क्या होगा इस बारे में पाठ्यक्रम समिति को फैसला करना है।
उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि शहीदों की गौरव गाथाओं को पाठयक्रम में उस तरीके से वर्णन किया जाये कि लोग उससे प्रेरित हों और शहीदों का सम्मान हो। उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिये कक्षा एक से आठ तक और कक्षा नौ से 12 तक की बनाई गई दोनों समितियों को इस बारे में निर्देशित कर दिया गया है।
जम्मू कश्मीर में पिछले पांच साल में देशी बम और अन्य बम विस्फोट लगातर बढ़े हैं। 2018 में ऐसी घटनाएं 57 फीसदी बढ़ी हैं, जबकि वाम चरमपंथ के क्षेत्रों और उग्रवाद प्रभावित पूर्वोत्तर में ऐसी घटनाएं घटी हैं। हाल ही में ये बातें एक ताजा रिपोर्ट में सामने आई हैं। पाकिस्तान और चीन की सीमा से सटे इस राज्य में 2014 में 37 बम (देशी बम एवं अन्य बम) धमाके, 2015 में 46 ऐसे बम धमाके, 2016 में 69 ऐसे बम धमाके, 2017 में 70 ऐसे बम धमाके और 2018 में 117 ऐसे बम धमाके हुए।
एनएसजी के नेशनल बम डेटा सेंटर (एनबीडीसी) ने यहां दो दिवसीय सम्मेलन में इस संबंध में एक रिपोर्ट पेश की। हाल ही में यह सम्मेलन हुआ था। ब्लैक कैट कमांडो बल का एनबीडीसी सभी देशी बम और अन्य बम धमाकों पर एक राष्ट्रीय सूचना भंडार है। यह एक ऐसी इकाई है जो पुलवामा विस्फोट समेत सभी ऐसी घटनाओं की जांच भी करती है। रिपोर्ट में जम्मू कश्मीर और वहां देशी बम एवं अन्य विस्फोटों के बढ़ते खतरे का विशेष उल्लेख किया गया। यह रिपोर्ट तब आई, जब जांचकर्ताओं को संदेह है कि 14 फरवरी का पुलवामा आतंकवादी हमला जैश ए मोहम्मद के एक आतंकवादी ने किया था।
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने आतंकवादियों की कमर तोड़ दी है। पुलवामा में हुए कायरतापूर्ण हमले का सूद-समेत बदला लिया जाएगा। रविवार (17 फरवरी, 2019) को उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। देश इस पर कोई समझौता नहीं करेगा। न ही कोई नरमी बरती जा सकती है। पुलवामा में जो कायराना हरकत हुई है, उसका बदला सूद-समेत लिया जाएगा।
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी कहा कि पुलवामा में कायराना आतंकी हमले का पाकिस्तान को करारा जबाब दिया जाएगा। रविवार को यह बात उन्होंने जैतपुर में शहीद सीआरपीएफ जवान भागीरथ सिंह के अंतिम संस्कार के मौके पर कही। वह बोले कि देशभर को शहीदों पर गर्व है। बकौल मंत्री, "पीएम मोदी ने खुद इस बात का ऐलान किया है कि सेना खुद ही समय, स्थान और हमले का स्वरूप तैयार करे। केंद्र सरकार ने सेना को जवाबी कार्रवाई करने की छूट दे दी है।"
शेखावत के मुताबिक, "पाकिस्तान को ऐसा जबाब मिलेगा कि अगली बार ऐसी कायराना हरकत करना तो दूर, आतंकी उसके बारे में सोचेंगे तक नहीं। शहीदों की शहादत का पूरा बदला लिया जाएगा। हम इस जन्म में इनका (शहीदों का) अहसान नहीं उतार सकते, लेकिन परिवार की मदद कर सकते हैं। केंद्र सरकार के पैकेज के अतिरिक्त अन्य प्रकार से भी मदद करेंगे। खेत में सिंचाई का प्रबंध करेंगे।"
जम्मू-कश्मीर पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के सुहैल बुखारी ने कहा है कि वहां पर एक परामर्श समिति है, जिसमें सुरक्षा और इंटेलिजेंस एंजेसियों के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। वे खतरों और हमलों से संबंधित आशंकाओं पर समीक्षा करते हैं और तय करते हैं किसे सुरक्षा मुहैया करानी है और किसे नहीं।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह रविवार को पुलवामा के शहीदों में शामिल सीआरपीएफ कॉन्सटेबल कुलविंदर सिंह के परिजन से मिले। आनंदपुर साहिब (रोपड़) के गांव में सीएम ने परिजन के प्रति संवदेना व्यक्त की और कहा कि स्थानीय स्कूल और लिंक रोड से गांव को जोड़ने वाली सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा। परिजन को 12 लाख के मुआवजे के अलावा उन्होंने अतिरिक्त आर्थिक मदद का ऐलान भी किया। कहा कि शहीद के अभिभावकों को जीवन भर के लिए 10 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कुलविंदर का कोई बच्चा नहीं था। अगर उनके बच्चे होते, तब राज्य सरकार उन्हें नौकरी देती।
पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर उत्तराखंड पुलिस ने राज्य में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्रों को सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान नहीं देने की रविवार को अपील की। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘पुलवामा हमले को लेकर पूरे देश में लोग आक्रोशित हैं। ऐसे समय में उत्तराखंड में पढ़ाई कर रहे जम्मू-कश्मीर के छात्रों को आग में घी डालने वाले भड़काऊ बयान नहीं देने चाहिए।’’ हालांकि, कुमार ने कहा कि कश्मीरी छात्रों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि उनकी पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस मौजूद है।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मीरवाइज उमर फारुक समेत पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस लेने के रविवार को निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि मीरवाइज के अलावा, अब्दुल गनी भट, बिलाल लोन, हाशिम कुरैशी एवं शबीर शाह को दी गई सुरक्षा वापस ले ली गई है। हालांकि आदेश में पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी का जिक्र नहीं है।अधिकारियों ने बताया कि आदेश के मुताबिक अलगाववादियों को दी गई सुरक्षा एवं उपलब्ध कराए गए वाहन रविवार शाम तक वापस ले लिए जाएंगे। किसी भी बहाने से उन्हें या किसी भी अलगाववादी नेता को सुरक्षा या सुरक्षाकर्मी नहीं मुहैया कराए जाएंगे। अगर सरकार ने उन्हें किसी तरह की सुविधा दी है तो वह भी भविष्य में वापस ले ली जाएगी। गृहमंत्री राजनाथ सिंहने शुक्रवार को श्रीनगर दौरे पर कहा था कि पाकिस्तान एवं उसकी जासूसी एजेंसी आईएसआई से निधि प्राप्त करने वाले लोगों को दी गई सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।
भारत ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में अमेरिका, जर्मनी और रूस सहित कई देशों के साथ हुई द्विपक्षीय बैठकों में पुलवामा आतंकवादी हमले का मुद्दा उठाया। यह तीन दिवसीय सम्मेलन रविवार को संपन्न हुआ। अधिकारियों के अनुसार, 55वें म्युनिख सुरक्षा सम्मेलन में भारत के उप सुरक्षा सलाहकार (डिप्टी एनएसए) पंकज सरन ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में 600 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और इसमें अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद सहित सुरक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के हजारीबाग में कहा, "मैं इस धरती के सपूत शहीद विजय सोरेन को एक बार फिर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। गुमला में मौजूद उनके परिजन को हृदय से नमन करता हूं। उनके बच्चे बड़ी बहादुरी से इस समय का सामना कर रहे हैं।"
बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने एक पत्र के जरिए कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स (सीओए) से कहा, "सीओए से मेरी गुजारिश है कि बीसीसीआई कम से कम पांच करोड़ रुपए जुटाए, ताकि पुलवामा के शहीदों के परिजन को आर्थिक मदद मुहैया कराई जा सके।"
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने असम के लखीमपुर में कहा- मैं असम के बेटे मनेश्वर बसुमात्री के साथ सीआरपीएफ के अन्य जवानों के बलिदान को सलाम करता हूं। चूंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं है, लिहाजा उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
उत्तराखंड में एडीजी (कानून और व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया- छात्रों के लड़कियों के छात्रावास में फंसे होने की बात महज अफवाह है, जिसे सोशल मीडिया पर फैलाया गया था। पुलवामा हमले को लेकर स्थानीय लोगों ने एक जुलूस निकाला था, जिसमें 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए गए थे। बताया गया कि छात्रावास की लड़कियों ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए। हालांकि, हमारे पास इससे जुड़ा प्रमाण नहीं है। पुलिस को जैसे ही इस बात की जानकारी मिली, हमने तत्काल दखल दी और मामला सुलझा लिया।
ओडिशा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक जन सभा से पहले पुलवामा के शहीदों के लिए एक मिनट का मौन धारण किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी उपस्थित रहे।
भारतीय सेना के अधिकारियों और जवानों ने मैदान और आतंकवाद रोधी अभियानों में बहादुरी के लिए कोलकाता में पुरस्कार लेते हुए पुलवामा आतंकवादी हमले में मारे गए सीआरपीएफ जवानों की याद में काली पट्टी पहनी। पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के लेफ्टिनेंट जनरल एम एम नरवाने और बल के सभी सदस्यों ने बाजुओं पर काली पट्टी पहनी थी। नरवाने ने फोर्ट विलियम में पूर्वी कमान के मुख्यालय में पुरस्कार समारोह में पत्रकारों से कहा, ‘‘जवानों की मौत दुखद घटना है, हम सभी भाई हैं। हम तालमेल बनाकर काम करते रहेंगे और एक या दो घटनाओं से अपना जोश कम नहीं होने देंगे।’’
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर सरकार पर कार्रवाई करने के बढ़ते दबाव के बीच रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि दशकों से आतंकवाद को सरकारी नीति के रूप में इस्तेमाल करने वाले पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से अलग थलग करने के साथ सैन्य कदम उठाकर सबक सिखने की जरूरत है। पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने ‘‘भाषा’’ से बातचीत में कहा कि देश के समग्र राजनीतिक नेतृत्व की ओर से प्रर्दिशत राजनीतिक इच्छाशक्ति के आधार पर यह कहा जा सकता है कि पाकिस्तान को आतंकवाद को अपनी सरकारी नीति के रूप में इस्तेमाल करने के लिये निश्चित तौर पर सबक सिखाये जाने की जरूरत है । जनरल ने कहा कि सरकार जानती है कि कब और कैसे इसका जवाब देना है । ऐसा हो सकता है कार्रवाई तुरंत न हो, क्योंकि पाकिस्तान इस समय चौकन्ना होगा, ऐसे में कार्रवाई करने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ में सेना के अधिकारी की भूमिका निभाने वाले अभिनेता विक्की कौशल का कहना है कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले को न तो भुलाया जाना चाहिए और न ही माफ किया जाना चाहिए। ‘सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन’ (सिनटा) और 48 ऑवर प्रोजेक्ट के पहले संस्करण ''एक्ट फेस्ट 2019'' के दौरान कौशल ने कहा, ‘‘पुलवामा हमले का जवाब देना जरूरी है, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए।’’ सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है मुझे इसकी ज्यादा जानाकरी नहीं है...ऐसा करें, ऐसा होना चाहिए, वैसा होना चाहिए..ऐसी बातें करना आसान है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि सरकार सबसे बेहतर विकल्प पर विचार कर रही होगी, वे इन सब पर चर्चा कर रहे होंगे और हमें यह सब उन पर छोड़ देना चाहिए। इसे न तो भुलाया जाना चाहिए और न ही माफ किया जाना चाहिए।’’
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शिवसेना ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से कहा कि वह सिर्फ सर्जिकल स्ट्राइक करने से नतीजे नहीं निकलने वाले और वक्त आ गया है कि लाहौर और इस्लामाबाद सहित पाकिस्तान के अंदरूनी हिस्सों में हमले किए जाएं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में शिरकत करने के बाद शिवसेना के सांसद संजय राउत ने पत्रकारों को बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार को वह करना चाहिए जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। राउत ने कहा, ‘‘सिर्फ र्सिजकल स्ट्राइक से काम नहीं चलने वाला, अब लाहौर और इस्लामाबाद तक हमले करने होंगे। मोदी सरकार को वह करना चाहिए जो इंदिरा गांधी की सरकार ने किया था।’’ गौरतलब है कि इंदिरा गांधी के शासनकाल में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 1971 का युद्ध जीता था।
नेशनल कांफ्रेंस ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर हुए आतंकी हमले के संबंध में एक प्रस्ताव पारित कर इसकी कड़ी निंदा की और जम्मू के लोगों से भाईचारा कायम रखते हुए अमन और शांति बनाए रखने की अपील की। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में यहां हुई बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें शामिल हुये नेताओं ने शुरुआत में आत्मघाती हमले के शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा। प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘हमारी संवेदना उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने इस कायराना हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया और हम उनके दुख और पीड़ा को साझा करते हैं।’’
गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने शनिवार को कहा कि एक स्थानीय व्यापारी ने पुलवामा हमले में शहीद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के परिवार को 1-1 लाख रुपये बतौर आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि वह व्यवसायी अहमदाबाद स्थित जय सोमनाथ इन्फ्रास्ट्रक्चर के मालिक बाबूभाई पटेल हैं। पटेल ने कहा कि राज्य के भाजपा विधायक मारे गए सैनिकों के परिवारों के लिए आर्थिक योगदान देने पर भी चर्चा करेंगे। व्यवसायी के योगदान के बारे में पटेल ने बताया, ‘‘मेरा मानना है कि यह घोषणा हमारे देश के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले सैनिकों की मदद के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करेगी। ऐसे दानदाता गुजरात के गौरव होंगे।’’
गुजरात के विभिन्न हिस्सों में दुकानदारों ने पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए 40 जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिये शनिवार को अपनी दुकानें बंद रखीं। साथ ही लोगों ने शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए एकजुटता प्रकट करते हुए विरोध प्रदर्शन किये और मौन रैलियां भी निकालीं। बंद के दौरान अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर समेत कई शहरों में खरीदारी केंद्र वीरान रहे। दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रख शहीदों को श्रद्धांजलि दी। प्रदर्शनकारियों ने बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए हमले के विरोध में पाकिस्तान के झंडे जलाए और आतंकवादियों के पुतले फूंके।
पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों पर हुए आतंकवादी हमलों के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की चित्रपट इकाई ने ‘म्यूजिक लेबल कंपनियों’ से पाकिस्तानी गायकों के साथ काम करना बंद करने के लिए कहा है। मनसे चित्रपट सेना के प्रमुख अमेय खोपकर ने पीटीआई से कहा, ‘‘हमने टी-सीरीज, सोनी म्यूजिक, वीनस, टिप्स म्यूजिक जैसी भारतीय कंपनियों से मौखिक तौर पर कहा कि वे पाकिस्तानी गायकों के साथ काम नहीं करें। इन कंपनियों को यह तुरंत रोकना चाहिए या फिर हम अपने तरीके से कार्रवाई करेंगे।’’ हाल ही में भूषण कुमार की टी-सीरीज ने दो अलग-अलग गीतों के लिए राहत फतह अली खान और आतिफ असलम के साथ करार किया है। खोपकर ने बताया, ‘‘हमारी चेतावनी के बाद उन्होंने कंपनी के यूट्यूब चैनल से उनके गीत हटा दिए हैं।’’ साल 2016 में उरी हमले के बाद भी राज ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने भारत में काम कर रहे सभी पाकिस्तानी कलाकारों को देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया था।
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद जम्मू कश्मीर से बाहर रह रहे कश्मीरियों को कथित तौर पर दी जा रही धमकियों की खबरों के मद्देनजर श्रीनगर स्थित सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने उनसे कहा कि वे किसी भी तरह के उत्पीड़न के मामले उनसे संपर्क करें। ‘मददगार’ हेल्पलाइन ने इस सिलसिले में एक ट्वीट कर कहा है कि इस समय राज्य से बाहर कश्मीरी छात्र और आम लोग उसके ट्वीटर हैंडल ‘@सीआरपीएफ मददगार’ पर संपर्क कर सकते हैं। किसी भी कठिनाई या उत्पीड़न का सामना करने में शीघ्र सहायता के लिए वे 24 घंटे टोल फ्री नंबर 14411 या 7082814411 पर एसएमएस कर सकते हैं।
पुलवामा आतंकवादी हमले पर अपनी टिप्पणी को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत ंिसह सिद्धू ने शनिवार को कहा कि अगर करतारपुर गलियारे पर फैसला रद्द हो जाता है तो इससे आतंकवादी प्रोत्साहित होंगे। सिद्धू ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ सिखों का करतारपुर गलियारा रूक नहीं सकता है। क्या आप चाहते हैं कि दो प्रधानमंत्रियों द्वारा लिया गया फैसला रद्द हो? तो आप उन्हें (आतंकवादियों) प्रोत्साहित करेंगे... कोई भी देश को आतंकवाद के आगे झुका नहीं सकता है और यह बहुत साफ है।’’ पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के लिए समुचित सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम नहीं किए जाने संबंधी सवाल करते हुए सिद्धू ने कहा कि जवानों के मारे जाने की घटनाओं को रोकने के लिए एक स्थायी हल की जरूरत है। पुलवामा में बृहस्पतिवार को सीआरपीएफ के काफिले पर हमले की पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा जिम्मेदारी लेने के बाद शुक्रवार को सिद्धू ने कहा था कि कुछ लोगों के कृत्य के लिए क्या पूरे देश को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
भारत वंशियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के विरोध में शनिवार को विक्टोरियन संसद के बाहर प्रदर्शन किया। हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। प्रदर्शनकारियों ने ‘‘भारत माता की जय’’ के नारे लगाए। उनके हाथों में बैनर थे जिन पर ‘‘आतंकवाद को ना कहें’’ और ‘‘पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करना बंद करो‘‘ लिखा था। स्थानीय काउन्सेलर इंताज खान ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन करना बंद करना चाहिए। उन्होंने हमले में मारे गए परिवारों के लिए मुआवजे की मांग भी की। स्थानीय निवासी कार्तिक अरासू ने कहा कि यह एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन था क्योंकि भारत हमेशा प्रेम और शांति के लिए खड़ा रहा है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर कहा, ‘‘पुलवामा की घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान से व्यापार के लिहाज से सबसे तरजीही देश का दर्जा वापस ले लिया है। इसके बाद पाकिस्तान से भारत में आयात किए जाने वाले सभी तरह के सामान पर सीमाशुल्क तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया गया है।’’ पाकिस्तान प्रमुख तौर पर भारत को ताजे फल, सीमेंट, बड़े पैमाने पर खनिज एवं अयस्क और तैयार चमड़ा उत्पाद निर्यात करता है। इसमें भी पाकिस्तान से सबसे ज्यादा ताजे फलों और सीमेंट का आयात होता है। इस पर मौजूदा सीमाशुल्क की दर क्रमश: 30 से 50 प्रतिशत और साढ़े सात प्रतिशत है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान से आयात पर शुल्क 200 प्रतिशत करने का सीधा सा मतलब पाकिस्तान से आयात बंद होने के समान है।
पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने द इंडियन एक्सप्रेस से फोन पर बातचीत में कहा कि "जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठन खत्म हो चुके हैं और इस स्तर का हमला करने की उनकी क्षमता नहीं बची है।" चौधरी ने हमले पर 'हैरानी' जताते हुए कहा कि भारत को खुद में झांकने की जरूरत है। दूसरों को दोष मढ़ना बहुत आसान है।
पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आत्मघाती हमला करने वाले जैश के आतंकवादी की कथित तौर पर सराहना करने वाले एक कश्मीरी छात्र को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि बारामूला जिले का 23 वर्षीय ताहिर लतीफ रेवा विश्वविद्यालय का एक छात्र है। उसने व्हाट्सएप पर लगाई जाने वाली अपनी तस्वीर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी आदिल अहमद और शहीद जवानों के शवों की एक स्क्रीन शॉट कथित रूप से लगा रखी थी। उन्होंने कहा कि उसने कथित तौर पर एक स्टेटस लगा रखा था जिसमें लिखा था, ‘‘इस बहादुर व्यक्ति को एक बड़ा सलाम। अल्लाह आपकी शहादत को स्वीकार करे और आपको जन्नत में सर्वोच्च स्थान दे। शहीद आदिल भाई।’’ पुलिस ने बताया कि एक छात्र की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता के विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया।
पुलवामा में आतंकवादी हमले में शहीद हुए राज्य के दो वीर जवानों संजय कुमार सिन्हा और रतन कुमार ठाकुर को शनिवार को नम आंखों से विदाई दी गई। संजय बिहार के पटना और रतन भागलपुर जिले से थे। पटना के फतूहा त्रिवेणी घाट और भागलपुर के कहलगांव गंगा घाट में जैसे ही जवानों को मुखाग्नि दी गई ‘सजय अमर रहे और ‘रतन अमर रहे’ के गगनभेदी नारे गूंजने लगे। सीआरपीएफ के जवानों के अंतिम संस्कार के दौरान लोगों में गम और गुस्से का भाव था। इस दौरान लोगों ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘आंतकवादियों का सफाया करो’ के नारे लगाए। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तथा केन्द्रीय मंत्री राम कृपाल यादव सिन्हा के अंतिम संस्कार में शामिल हुए तो वहीं केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह तथा राज्य मंत्री राम नारायण मंडल ठाकुर के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। शहीद जवानों का पार्थिव शरीर राष्ट्रीय राजधानी से पटना लाया गया जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद तथा अन्य ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद फूलों से सजे वाहनों में पार्थिव शरीरों को उनके पैतृक गांव ले जाया गया।