उत्तर प्रदेश के एटा जिला के जैथरा थाना इलाके का नगला कसा इस समय शोक में डूबा हुआ है। जहां से शनिवार सुबह खुशियों की किलकारियां गूंजती सुनाई दे रही थीं, अब सिर्फ मातम पसरा हुआ है, लोग दहाड़े मारकर रो रहे हैं। कारण है वो हादसा जिसने 24 लोगों की जान ले ली है। महिलाएं-बच्चे, सभी ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। एक ट्रैक्टर ट्रॉली ने कासंगज जिले में जलसमाधि ले ली, वो अनियंत्रित होकर तलाब में जा गिरी। कुल 54 श्रद्धालु सवार थे, 24 की मौत की सूचना मिल चुकी है।

इस हादसे की बैक स्टोरी समझेंगे, लेकिन पहले वो मंजर समझना चाहिए जिसने पूरे देश को और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अंदर तक झकझोर दिया है। हादसे के तुरंत बाद ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार कई लोग मदद की गुहार लगाते रहे। चीखते रहे, लेकिन समय रहते कोई मदद नहीं पहुंची, बाद में जब रेस्क्यू हुआ तो बस एक के बाद एक शव बाहर आते चले गए। गिनती बढ़ती गई और नगला कसा गांव में चीख-पुकार मच गया। कई परिवारों ने अपनों को खो दिया।

कासगंज हादसा (PTI Photo) (PTI02_24_2024_000253A)

अभी इस समय कई लोग घायल बताए जा रहे हैं, अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। प्रशासन को डर है कि मरने वालों का आंकड़ा 24 से भी ज्यादा हो सकता है। ये आंकड़ा ही बता रहा है कि हादसा कितना बड़ा था, कितना दर्दनाक था। इस हादसे तक पहुंचने की कहानी बताती है कि जिंदगी कितनी अनिश्चित हो सकती है, कई बार क्रूर भी। जिस गांव के इतने लोग काल के गाल में समा गए, वो सभी एक शुभ काम के लिए अपने घर से निकले थे।

कासगंज हादसा (PTI Photo) (PTI02_24_2024_000252A)

नगला कसा गांव की जो सुबह थी, वो काफी ज्यादा खुशियों और उत्साह से भरी हुई थी। क्या महिलाएं, क्या बच्चे, सभी को मां गंगा में डुबकी लगानी थी। सभी को पता था कि एक दूसरे गांव से ट्रैक्टर ट्रॉली आ रही है, उसमें उस गांव के कुछ तो अपने गांव के भी कई लोग बैठकर जाने वाले थे। सुबह काफी जल्दी ही वो ट्रैक्टर गांव पहुंच गया और जल्दी-जल्दी सभी उसमें चढ़ने लगे। पहले बच्चों को चढ़ाया, फिर महिलाओं को मौका मिला और अंत में पुरुषों ने भी अपने लिए जगह बना ली।

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वो ट्रैक्टर कोई उतना बड़ा नहीं था, लेकिन फिर भी खचाखच भर चुका था। उसने अपना सफर फुल स्पीड में शुरू किया था। आराम से रास्ता गुजरता गया और सभी मां गंगा में डुबकी लगाने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन शायद उनका वो इंतजार कभी खत्म ही नहीं होने वाला था, जैसे ही ट्रैक्टर कासगंज के पटियाली दरियावगंज मार्ग पर पहुंचा और घड़ी ने सुबह 10 बजे का इशारा किया, एक बड़ा हादसा हो गया। जिस ट्रैक्टर ट्रॉली में खुशियों का माहौल था, मातम पसर गया, चीख-पुकार मच गई और सबकुछ खत्म हो गया। ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में जा गिरी, ऐसे तालाब में जिसने बिना समय गवाएं सभी श्रद्धालुओं को अपने आगोश में ले लिया।

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मौत के इस खौफनाक तांडव की खबर गांव तक भी पहुंची और अपनों को खोजते बड़ी संख्या में लोग कासगंज आ गए। जिसको देखा बस अपनों को खोजने की कोशिश कर रहा था, आंखों में आंसू थे और दिल में एक डर। कोई अपनी मां को ढूंढ रहा था, किसी का बच्चा नहीं मिल रहा था। वहां पड़े सभी शवों को बार-बार देखा जा रहा था, गमनीन आंखों से बस मौत के खौफ से दूर भागा जा रहा था।

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उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक प्रकट किया और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया। सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने सोशल मीडिया ‘एक्‍स’ पर अपने शोक संदेश में कहा, ”जनपद कासगंज में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों को सभी घायलों के समुचित निःशुल्क उपचार के निर्देश दिए गये हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।