कर्नाटक में श्रीशैला सारंग मठ के महंत सारंगधारा देशीकेन्द्र स्वामी ने येदियुरप्पा सरकार से कहा है कि वे गुलबर्ग के विधायक दत्तात्रेय पाटिल रेवूर को कैबिनेट में शामिल करें। सारंगा ने खुलेआम धमकी देते हुए कहा है कि अगर विधायक को मंत्री बनाया गया तो कई विधायक इस्तीफा दें देंगे।

कलबुर्गी में एक जनसभा के दौरान महंत ने कहा कि ‘यदि उनके करीबी भाजपा विधायक दत्तात्रेय पाटिल रेवूर को एक साल में कैबिनेट में जगह नहीं दी जाती है तो मैं 10 विधायकों का इस्तीफा दिलवा दूंगा।’

उन्होंने आगे कहा ‘सीएम येदियुरप्पा अगले तीन साल तक अपने पद पर बने रहेंगे, यदि वे रेवूर को मंत्री पद पर काबिज नहीं करेंगे तो उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा जाएगा, क्योंकि उन्हें अब राजनीति में  की जरूरत नहीं है।’ बता दें कि येदियुरप्पा को लिंगायत समुदाय का नेता माना जाता है। कर्नाटक में लिंगायत समुदाय राजनीतिक रूप से शक्तिशाली माना जाता है।

हालांकि, सारंगधर के इस बयान पर सीएम की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। इससे पहले बीते महीने जब एक अन्य धर्मगुरु वाचनानंद स्वामी ने भी ऐसी ही मांग रखी थी। उन्होंने तीन बीजेपी विधायकों को मंत्री पद देने के लिए कहा था। वाचनानंद ने जिन तीन विधायकों को कैबिनेट में शामिल करने की बात कही थी वे भी लिंगायत समुदाय से हैं।  हालांकि इस मांग के बाद सीएम ने कड़ी नाराजगी जाहिर की थी।