कर्नाटक में प्रज्वल रेवन्ना का मामला सामने आने के बाद हलचल मची हुई है। लोकसभा चुनाव के दौरान ‘प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल’ ने सबका ध्यान राज्य की ओर खींचा है। कर्नाटक सरकार ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया है और उसने प्रज्वल की गिरफ्तारी के आदेश भी दे दिए हैं। प्रज्वल रेवन्ना भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं। हालांकि राजनीति में सेक्स स्कैंडल का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई हाई प्रोफाइल मामले सामने आ चुके हैं।
नारायण दत्त तिवारी पर भी लग चुका है आरोप
2009 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण दत्त तिवारी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल थे। इसी दौरान एक दिन उनकी सेक्स सीडी सामने आ गई, जिससे पूरे देश की राजनीति हिल गई। तिवारी महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखे गए थे। उसके बाद उन्हें राज्यपाल के पद से इस्तीफा देना पड़ा। हालांकि उन्होंने इसे विरोधियों की साजिश बताया था।
अमरमणि त्रिपाठी
90 के दशक में उत्तर प्रदेश की राजनीति में अमरमणि त्रिपाठी का नाम काफी बड़ा था। वह बाहुबली नेता थे और सभी राजनीतिक दलों की जरूरत बन गए थे। इस दौरान उनका एक कवयित्री मधुमिता शुक्ला के साथ अवैध संबंध सामने आया था। शुक्ला को उनके घर में मृत पाया गया था। इस मामले में अमरमणि दोषी साबित हुए और उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई। हाल ही में वह रिहा हुए हैं।
गोपाल कांडा
इस लिस्ट में गोपाल कांडा का भी नाम शामिल है। एयर होस्टेस गीतिका शर्मा ने अगस्त 2012 में अपने घर के अंदर सुसाइड कर लिया था। एक सुसाइड नोट बरामद किया गया था, जिसमें शर्मा ने गोपाल कांडा पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। हालांकि इस मामले में पिछले साल ही गोपाल कांडा कोर्ट से बरी हो गए हैं।
गीतिका ने सुसाइड नोट में लिखा था, “आज मैं खुद को खत्म कर रही हूं। मैं अंदर से टूट गई हूं। मैं थका हुआ महसूस कर रही हूं। मेरी मौत के जिम्मेदार गोपाल कांडा और अरुणा अरुणा हैं। दोनों ने मेरी जिंदगी को तोड़ा। अब यह लोग मेरे परिवार को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रहे हैं।”