Karnataka Political Crisis: कर्नाटक में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच बीजेपी के विधायक स्पीकर रमेश कुमार से मिलने पहुंचे लेकिन स्पीकर के वहां नहीं होने के कारण विधायकों का दल वापस लौट गया। वहीं, जेडीएस के विधायकों को लेकर सीएम एचडी कुमार स्वामी ने हिदायत दी है कि जेडीएस के विधायकों को कम से कम बैंग्लूरू के प्रेस्टिज गोल्फशायर क्लब में रखा जाए।
सिद्धारमैया ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए भाजपा पर हमला बोला और कहा कि सरकार को अस्थिर करना भाजपा की आदत है। यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। लोगों ने भाजपा को सरकार बनाने का जनादेश नहीं दिया है। लोगों ने भाजपा से ज्यादा हमें वोट दिया है। सिद्धारमैया ने कहा कि ना सिर्फ प्रदेश कमेटी बल्कि राष्ट्रीय नेतृत्व भी इसमें शामिल है। उन्हीं के निर्देश पर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। वो लोग पैसे, पद और मंत्रीपद का ऑफर दे रहे हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायक विधानसभा से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में यदि विधानसभा स्पीकर इस्तीफा स्वीकार कर लेते हैं तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी। वहीं भाजपा भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार से जब इस बारे में मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनैतिक संकट से उनका कोई संबंध नहीं है। मैं संविधान के अनुसार, काम करुंगा। अभी तक किसी विधायक ने मुझसे मिलने का समय नहीं मांगा है। यदि कोई मुझसे मिलना चाहता है तो मैं अपने ऑफिस में ही हूं।
यदि बागी विधायकों का इस्तीफा मंजूर करने के सवाल पर विधानसभा स्पीकर ने कहा कि इसके लिए कुछ नियम हैं और वह नियमों के मुताबिक ही काम करेंगे। मैं इसके लिए जिम्मेदार हूं और कानून के मुताबिक ही फैसला होगा। स्पीकर ऑफिस को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए। इसका कोई तय समय नहीं है। रमेश कुमार ने बताया कि संविधान कहता है कि यदि स्पीकर को लगता है कि इस्तीफे के कारण सही हैं और स्वेच्छा से इस्तीफा दिया गया है, तो ठीक है, वरना …मुझे नहीं पता, मुझे अभी इस बारे में पढ़ना होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का कहना है कि राज्य दर राज्य राज्य की सरकारें गिराई जा रही हैं। और राज्यपाल भी ऐसा करने में सरकार की मदद कर रहे हैं। राष्ट्र के लोगों से मैं कहना चाहता हूं कि लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आएं।
कर्नाटक के सत्ताधारी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के बागी विधायकों का एक दल पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा से मुंबई लौट आया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।पहले वे एक बीजेपी नेता के साथ गोवा जा रहे थे लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही वापस महाराष्ट्र की राजधानी लौट आए।
कर्नाटक कांग्रेस के नेता जमीर अहमद ने बीजेपी पर कांग्रेस विधायकों का अपहरण करने का आरोप लगाया है। उनकों बंदूक की नोक पर बंधक बनाया गया है। उनके मोबाइल फोन सीज किए गए हैं और उनको किसी से बात नहीं करने दिया जा रहा है। अगर उनको छोड़ दिया गया तो वह हमारे पास वापस आएंगे। हर विधायक पर 4-5 लोग नजर रख रहे हैं।
कांग्रेस के बागी विधायकों से मिलने मुंबई जाएंगे मंत्री डी शिवकुमार।
224 सदस्यीय विधानसभा में दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ भाजपा के पास 107 विधायक हैं जबकि बहुमत का आंकड़ा 113 है। अगर इन 13 विधायकों का इस्तीफे स्वीकार कर लिया जाता है तो गठबंधन का आंकड़ा घटकर 103 हो जायेगा।
सीएम एचडी कुमारस्वमी ने सुझाव दिया है कि जेडीएस के विधायकों को बेंग्लुरू के प्रेस्टिज गोल्पशायर क्लब में कम से कम चार दिन के लिए रखा जाए।
जेडीएस ने कर्नाटक प्रकरण पर भाजपा पर आरोप लगाया है कि, भाजपा कर्नाटक में विधायकों को खरीदने के लिए एक हजार करोड़ रुपए खर्च कर रही है। ट्वीट में लिखा है, जी हां आप सही पढ़ रहे हैं, यह मिजोरम , मणिपुर, और सिक्किम के वार्षिक बजट के बराबर है। मोदी को इतना पैसा कहां से मिलता है , भ्रष्टाचार मुक्त शासन है केवल किताबों में है, हकीकत यह है।
बीजेपी के नेता सदानंद गौड़ा का कहना है कि वहां के राजनीतिक हालात के दौरान शुरुआत में हमने कोशिश की थी लेकिन जेडीएस और कांग्रेस के विधायकों का आपस में ही विश्वास नहीं है।
कर्नाटक एसेंबली स्पीकर केआर रमेश कुमार का कहना है कि , उन्होंने राज्यपाल को पत्र लिखा है, किसी भी बागी विधायक ने उनसे मुलाकात नहीं की है, रमेश कुमार का कहना है कि वह संवैधानिक कार्रवाई करेंगे, 13 इस्तीफों में से 8 इस्तीफे नियमतः नहीं हुए हैं। मैंने उन विधायकों को हाजिर होने का समय दिया है।
बागी विधायक बोले- राज्य में नहीं हो रहा विकास कार्य
बागी विधायकों का इस्तीफा मंजूर करने के सवाल पर विधानसभा स्पीकर ने कहा कि इसके लिए कुछ नियम हैं और वह नियमों के मुताबिक ही काम करेंगे। मैं इसके लिए जिम्मेदार हूं और कानून के मुताबिक ही फैसला होगा। स्पीकर ऑफिस को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए। इसका कोई तय समय नहीं है।
कांग्रेस नेता रोशन बेग ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। बेग ने बताया कि कांग्रेस नेतृत्व के रुख से वह नाखुश हैं और इसके विरोध में इस्तीफा दे रहे हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस-गठबंधन सरकार पर संकट के बादल छाए हैं। कांग्रेस मौजूदा संकट के लिए भाजपा को आरोपी ठहरा रही है। वहीं भाजपा इसमें किसी भी तरह की भूमिका से इंकार कर रही है। मंगलवार को इसके विरोध में कांग्रेस सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया।
कर्नाटक में जारी राजनैतिक संकट पर भाजपा ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर निशाना साधा है। मीडिया से बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह कांग्रेस की आदत बन गई है कि वह अपनी असफलता के लिए दूसरों पर आरोप लगाती है। उनके विधायकों ने इस्तीफा गवर्नर को सौंप दिया है। हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं और उसी के अनुसार कोई फैसला करेंगे।
कर्नाटक के मौजूदा सियासी हालात के मुद्दे पर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। दरअसल कांग्रेस सांसद बीके हरिप्रसाद ने राज्यसभा में कर्नाटक के मुद्दे पर स्थगन आदेश नोटिस दिया था। इस चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ, इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
कांग्रेस के कद्दावर नेता डीके शिवकुमार ने कर्नाटक के मौजूदा राजनैतिक संकट के लिए भाजपा पर आरोप लगाए हैं। डीके शिवकुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'राजनाथ सिंह कह रहे हैं कि हमें इसमें (कर्नाटक मुद्दे) कोई दिलचस्पी नहीं है और हम इससे जरा भी प्रभावित नहीं हैं, ना ही इसके बारे में जानकारी है। वहीं बीएस येदियुरप्पा भी यही बात कह रहे हैं, लेकिन वह अपने पीए को हमारे मंत्रियों को ले जाने के लिए भेज रहे हैं!'
कांग्रेसी सांसद बीके हरिप्रसाद ने कर्नाटक के मुद्दे पर राज्यसभा में स्थगन आदेश नोटिस दिया है। वहीं कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव का कहना है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि उनकी सरकार मौजूदा संकट से निकलने में कामयाब रहेगी।
भाजपा नेताओं का कहना है कि अब उनके पास बहुमत का आंकड़ा है और गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई है। ऐसे में उनकी पार्टी को सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए।
कर्नाटक में जारी संकट के बीच कांग्रेस ने मंगलवार को विधायक दल की बैठक बुलायी है। इस बैठक में शामिल होने के लिए सिद्धारमैया, प्रियांक खड़गे समेत कई नेता बैठक स्थल पहुंच चुके हैं।
बागी विधायकों को मनाने के लिए सरकार के कई मंत्रियों ने स्वेच्छा से मंत्री पद छोड़ दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि सभी कांग्रेस मंत्रियों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है और पार्टी को मंत्रिमंडल में फेरबदल करने की ‘‘पूरी आजादी’’ दे दी है। गठबंधन में 34 मंत्री पदों में से कांग्रेस और जद (एस) के पास क्रमश: 22 और 12 मंत्री पद थे।
कर्नाटक सरकार से इस्तीफा देने वाले बागी विधायक सोमवार शाम को मुंबई से गोवा के लिए निकले थे, लेकिन अब खबर आयी है कि वह वापस मुंबई लौट आए हैं और मुंबई में किसी अज्ञात जगह पर ठहरे हुए हैं।
कुमारस्वामी ने राज्य के मौजूदा राजनैतिक हालात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सोमवार को कहा कि उन्हें ‘‘राजनीतिक घटनाक्रमों’’ को लेकर ‘‘कोई भय’’ नहीं है और वह अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने पर ध्यान दे रहे हैं। कुमारस्वामी अमेरिका की अपनी दस दिवसीय यात्रा से रविवार रात को लौटे थे।
कांग्रेस और जनता दल (एस) विधायक दल में बगावत तथा कुछ विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कर्नाटक में अपनी सरकार बचाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे गठबंधन के दोनों दलों के मंत्रियों ने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने और असंतुष्ट विधायकों को उसमें जगह देने का मार्ग प्रशस्त करने के वास्ते सोमवार को ‘‘स्वेच्छा’’ से इस्तीफे दे दिये है।
मुंबई से कांग्रेस विधायक नसीम खान का आरोप है कि सोफीटेल होटल में, जिसमें कर्नाटक के बागी विधायक ठहरे हुए हैं, उसमें कांग्रेस नेताओं को जाने से रोका जा रहा है। नसीम खान ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता होटल में आराम से आ जा रहे हैं।