कर्नाटक में इस साल हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रचंड बहुमत हासिल किया। बीजेपी ने भी अपना सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए एक ऐसी हार का सामना किया जिसकी उम्मीद पार्टी हाईकमान ने कभी नहीं की थी। अब कांग्रेस की सरकार को बने कुछ ही महीने हुए हैं, लेकिन ऐसे विवाद सामने आए गए हैं जिस वजह से मुश्किलें भी बढ़ी हैं और आरोप-प्रत्यारोप का एक दौर भी शुरू हो गया है।

कर्नाटक में फिर होगा ऑपरेशन लोटस?

असल में अचानक से कर्नाटक की राजनीति में ऑपरेशन लोटस की चर्चा तेज हो गई है। ये वही ऑपरेशन लोटस है जिसके जरिए 2008 में कर्नाटक में बीजेपी ने बड़ा सियासी खेला कर दिया था और सरकार बनाने के लिए दलबदल विरोधी कानून को भी नजरअंदाज किया गया। अब उसी ऑपरेशन की सुगबुगाहट एक बार फिर होने लगी है। असल में कांग्रेस के ही मांड्या से विधायक रविकुमार गोडा ने एक बड़ा दावा कर दिया था।

क्या ऑफर देने का आरोप?

उन्होंने कहा था कि जिस टीम ने 2019 में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार को गिराने का काम किया था, वो एक बार फिर सक्रिय हो गई है। उसकी तरफ से कांग्रेस विधायकों को 50 करोड़ के ऑफर और मंत्री पद का लालच दिया जा रहा है। यहां तक कहा गया कि 4 विधायकों को तो संपर्क भी साधा गया है जिसके सबूत रविकुमार के पास मौजूद हैं। जारी बयान में रविकुमार ने एक और बड़ा बयान देते हुए कहा कि एक समय जो पूर्व सीएम बी एस येदियुरप्पा के पीए रहे, वे भी अभी ऑपरेशन लोटस में पूरी तरह सक्रिय हैं।

सीएम-डिप्टी सीएम ने क्या बोला?

वैसे कर्नाटक की राजनीति में ये कोई पहली बार नहीं है जब बीजेपी पर ऑपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगा हो। अब तो हर दूसरे राज्य में पार्टी पर विपक्ष द्वारा ये आरोप लगा दिया जाता है। अब क्योंकि कर्नाटक में ऐसी चर्चा चल रही है, ऐसे में दोनों सीएम और डिप्टी सीएम ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दो टूक कहा है कि मैंने अभी तक रवि से बात तो नहीं की है। लेकिन ऐसे इनपुट हैं कि बीजेपी ऑपरेशन लोटस की कोशिश कर रही है। मैं साफ कर दूं कि बीजेपी की ये साजिश कामयाब नहीं होगी। कोई भी कांग्रेस विधायक उनके झांसे में नहीं आने वाला है।

डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भी इसी तल्ख अंदाज में अपनी सरकार की मंशा साफ कर दी है। उनका कहना है कि एक बड़ी साजिश तो रची गई है। हमे ये सबकुछ पहले से पता है। हमारे विधायक ने तो एक छोटा नाम लिया है, लेकिन बड़े लोग इसमें शामिल हैं। कोई फायदा नहीं होने वाला है।