केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार इस महीने चार साल पूरा करने जा रही है। इस मौके पर बीजेपी ने 14 मई को पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों, संगठन मंत्रियों और केंद्रीय पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई है, जिसमें मिशन 2019 पर चर्चा की संभावना है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव की तैयारियों को धार देने के लिए पार्टी ने ‘‘48 साल बनाम 48 महीने’’ का नारा दिया है। इस क्रम में बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व सभी प्रदेश अध्यक्षों, संगठन मंत्रियों एवं केंद्रीय पदाधिकारियों तथा पार्टी के सभी मोर्चो की संयुक्त कार्यसमिति के पदाधिकारियों को जीत का मंत्र सुझायेगा।

बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने 14 मई को सभी प्रदेश अध्यक्षों, संगठन मंत्रियों व केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। इसके तीन दिन बाद 17 मई को प्रधानमंत्री पार्टी के सभी मोर्चों की संयुक्त कार्यसमिति को संबोधित करेंगे। इसमें पार्टी अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे। समझा जाता है कि 14 मई को शाह ने जो बैठक बुलाई है उसमें प्रदेश अध्यक्षों, संगठन मंत्रियों व पदाधिकारियों से यह लेखा-जोखा लिया जाएगा कि उन्होंने कितना काम किया है।

अगले लोकसभा चुनाव में किसान एवं कृषि क्षेत्र से जुड़े विषयों के महत्व को देखते हुए भाजपा किसान मोर्चा कृषि क्षेत्र में मोदी सरकार की उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेगा। इसके लिए 18 से 20 मई तक गुड़गांव में एक राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। केंद्र में इसी महीने मोदी सरकार के चार वर्ष पूरे हो रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार 48 महीनों में किए गये काम-काज पर लोगों का ध्यान केंद्रित करेगी। बीजेपी के एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि चौथी सालगिरह पर हम ”48 सालों की तुलना में 48 महीने” के कामकाज का ब्यौरा लोगों के समक्ष रखेंगे। इस क्रम में 26 मई से आगामी लोकसभा चुनाव तक सरकार और पार्टी के स्तर पर कई देशव्यापी कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

सूत्रों ने बताया कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सभी जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं से ”लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय, पथ अंत्योदय’’ के सूत्र वाक्य पर अमल करने का सुझाव दिया है और अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक सरकार की जन कल्याण योजनाओं को पहुंचाने को कहा है। भाजपा ने कार्यकर्ताओं को संगठन की सबसे निचली इकाई ‘‘बूथ स्तर’’ तक पहुंचने का संदेश दिया है। पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को दिशाहीन होने से बचाने के लिए उन्हें संगठनात्मक कार्यक्रमों में व्यस्त रखने की योजना बनाई है। अंबेडकर जयंती के अवसर 14 अप्रैल से 5 मई तक आयोजित ग्राम स्वराज अभियान में कार्यकर्ताओं के लिये विशेष कार्यक्रम तय किये गए थे।