कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा गए हैं। दरअसल कांग्रेस-जेडीएस सरकार के 13 विधायकों ने बगावत करते हुए शनिवार को विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले विधायकों में से 10 विधायक इस वक्त मुंबई के सोफीटेल होटल में ठहरे हुए हैं। जिसके बाद भाजपा और कांग्रेस के कई नेता इन बागी विधायकों से मिलने होटल पहुंच रहे हैं। बागी विधायकों से मिलकर लौटे मुंबई भाजपा एमएलसी प्रसाद लाड ने मीडिया को बताया कि ‘सब कुछ ठीक होगा और चिंता की कोई बात नहीं है।’ होटल में ठहरे एक बागी विधायक बीसी पाटिल का कहना है कि अभी 8-10 और विधायक कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार से इस्तीफा दे सकते हैं। इससे पहले एक अन्य विधायक भी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे चुका है। इस तरह कुल 14 विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
ऐसे में यदि इन विधायकों का इस्तीफा मंजूर कर लिया जाता है तो कर्नाटक की गठबंधन सरकार अल्पमत में आ जाएगी। मौजूदा हालात को देखते हुए कर्नाटक में ‘रिजॉर्ट राजनीति’ के लौटने की आशंका है। वहीं इस बदले राजनैतिक हालात पर भाजपा की भी नजरें बनी हुई हैं। चर्चाएं हैं कि यदि भाजपा राज्य विधानसभा में बहुमत में आती है तो बीएस येदियुरेप्पा एक बार फिर से राज्य के सीएम का पद संभाल सकते हैं। हालांकि भाजपा ने राज्य के मौजूदा राजनैतिक हालात में कोई भूमिका होने से इंकार किया है।
जबकि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मौजूदा हालात के लिए भाजपा को ही जिम्मेदार ठहराया है। खड़गे का आरोप है कि भाजपा राज्य की मौजूदा सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता के अनुसार, पार्टी नेतृत्व बागी विधायकों से बात करेगा और विवाद को सुलझाएगा। वहीं बागी विधायक अपने कदम से पीछे ना हटने की बात कह रहे हैं। कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी फिलहाल विदेश दौरे पर हैं और मौजूदा विवाद को देखते हुए अब वह जल्द ही वापस लौट सकते हैं। मौजूदा संकट को देखते हुए देवगौड़ा के निवास पर जेडीएस और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक भी हुई।