कोरोना वायरस के संकट से जंग लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों की मदद के लिए लोग अभी भी सामने नहीं आ रहे हैं। कर्नाटक के हुब्बली की घटना कुछ ऐसी ही कहानी बयां कर रही है। कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान मरने वाले एक एंबुलेंस ड्राइवर के अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं होने के चलते पत्नी को अपना मंगलसूत्र गिरवी रखकर उसका अंतिम संस्कार करना पड़ा। यह घटना सामने आने के बाद हर कोई हतप्रभ है।

9 साल से एक अस्पताल में एंबुलेंस चला रहे  उमेश हदगली हृदयाघात के चलते अपनी जान गंवा बैठे। वह कोरोना के इस संकट काल में भी लगातार लोगों की मदद कर रहे थे। लेकिन जब उनकी शरीर ने उनका साथ छोड़ा तो उनके अंतिम संस्कार के लिए भी कोई आगे नहीं आया। उनकी पत्नी को अपने मंगलसूत्र गिरवी रखना पड़ा। आर्थिक तंगी से जूझ रहे उनके परिवार के पास और कोई विकल्प भी नहीं था। वह अपने पीछे  पत्नी, 12 और सात साल के दो बच्चे छोड़ गए।

आर्थिक तंगी की इस हालत में जब उनकी पत्नी से रहा नहीं गया तो उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दुख बयां किया। वीडियो वायरल होने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मदद का आश्वासन दिया है।

उनकी पत्नी ज्योति का कहना है कि , “मेरे पति 27 मई को सुबह काम पर निकल गए। सुबह 9 बजे के आसपास मुझे उनके सहयोगी का फोन आया कि उन्हें सीने में तेज दर्द है। जिसके बाद उन्हें रामदुर्गा के एक निजी क्लिनिक में ले जाया गया। डॉक्टर ने उन्हें एसडीएम अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन धारवाड़ में अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई।