कर्नाटक में सरकार बने 4 महीने से अधिक समय बीत चुका है लेकिन अभी तक विपक्ष के नेता की नियुक्ति नहीं हुई है। कर्नाटक में बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी है, लेकिन उसने अभी तक विपक्ष के नेता का ऐलान नहीं किया है। वहीं इस बीच भाजपा विधायक बासनगौड़ा पाटिल ने बड़ा दावा किया है।

जब बासनगौड़ा पाटिल से विपक्ष के नेता की नियुक्ति को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 45 लोग हमारी पार्टी के संपर्क में है। जब सीएम ही हमारा बनने वाला है तो हम विपक्ष के नेता की नियुक्ति ही क्यों करें? भाजपा विधायक के बयान से अंदाजा लगाया जा रहा है कि कर्नाटक में सब कुछ सही नहीं चल रहा है।

भाजपा विधायक पाटिल ने कांग्रेस नेता बीके हरि प्रसाद को नजरअंदाज करने का भी मामला उठाया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है लेकिन उन्होंने बीके हरि प्रसाद की वरिष्ठता को अहमियत नहीं दी है। भाजपा विधायक ने कहा कि यह सारे घटनाक्रम बता रहे हैं कि जनवरी के बाद यह सरकार नहीं चलेगी, 45 लोग हमारे संपर्क में हैं।

बता दें कि कर्नाटक में तीन डिप्टी सीएम और बनाने की मांग उठ रही है। एक कांग्रेस नेता ने कर्नाटक में अल्पसंख्यक वर्ग, एससी एसटी और लिंगायत समुदाय से एक-एक नेता को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है। कांग्रेस नेता ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह मांग की है।

वहीं कर्नाटक में चर्चा चल रही है कि बीजेपी और जेडीएस के बीच लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन हो सकता है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने 8 सितंबर को कहा था कि अगला लोकसभा चुनाव बीजेपी, जीडीएस के साथ मिलकर लड़ेगी और बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा की चार सीटें देने पर सहमत भी हो गया है।

वहीं इसके बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जीडीएस नेता कुमारस्वामी ने गठबंधन को लेकर अपना रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि अभी हमारे बीच गठबंधन नहीं हुआ है। अब बाद में देखते हैं कि दोनों दलों के साथ आने की जरूरत है या नहीं। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस राज्य को लूट रही है और लोगों को विकल्प की जरूरत है।