वरिष्ठ IAS अधिकारी मोहम्मद इफ्तखारुद्दीन के सरकारी आवास का एक वीडियो सामने आया है जिसमें धर्मपरिवर्तन और उसके फायदे से जुड़ीं बातें कही जा रही हैं। इस वीडियो में सीनियर आईएएस अधिकारी और वर्तमान में यूपीएसआरटीसी के अध्यक्ष इफ्तखारुद्दीन भी इस्लामिक धर्मगुरु के सामने जमीन पर बैठे नजर आ रहे हैं। वीडियो में इस्लामिक वक्ता इस्लाम धर्म अपनाने के फायदे बता रहा है। वहीं इसको लेकर अब उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि इस मामले की गंभीरता से जांच होगी।
शासन ने दिए जांच के आदेश: आरोप ये भी है कि IAS इफ्तिखारुद्दीन भी वहां बैठे लोगों को इस्लाम की बातें बता रहे हैं। गौरतलब है कि इफ्तखारुद्दीन 1985 बैच के आईएएस हैं, और उनकी पोस्टिंग इन दिनों लखनऊ में हैं। हालांकि इस मामले में अब शासन ने एक एसआईटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। एसआईटी के अध्यक्ष डीजी सीबीसीआईडी जीएल मीणा होंगे एवं सदस्य एडीजी ज़ोन भानु भास्कर होंगे। इस एसआईटी को अपनी रिपोर्ट 7 दिन में शासन को सौंपनी होगी।
वहीं वायरल वीडियो में इस्लाम की तारीफ करते हुए इस्लामिक वक्ता ने कहा कि, पंजाब में इस्लाम कबूल करने वाले एक भाई से मैंने सवाल किया कि, तुमने इस्लाम क्यों अपनाया? तो उसने कहा कि बहन की मौत के बाद उसे जब जलाया गया तो कपड़े जल जाने के कारण वह निर्वस्त्र हो गई। ये सब वहां मौजूद लोग देख रहे थे।
इस्लामिक वक्ता ने कहा, उस भाई ने बताया कि, यह सब देख मुझे बहुत शर्म आई। मैं वहां से निकल गया। मेरे दिल में आया कि आज बहन के साथ ऐसा हुआ है, कल मेरी बेटी के संग भी होगा। इसके बाद मैंने इस्लाम धर्म अपनाने की सोची। मुझे समझ आया कि इस्लाम से अच्छा कोई धर्म नहीं है। वक्ता ने कहा कि, उत्तर प्रदेश के जरिए अल्लाह ने हमें ऐसा सेंटर दिया है, जहां से पूरे देश और दुनिया में हम काम कर सकते हैं।
वहीं इस मामले को लेकर मठ एवं मंदिर समन्यवय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेश अवस्थी ने कहा कि हिंदू धर्म के खिलाफ इस वीडियो में बहुत सारी अनर्गल बातें कही गई हैं। कई आरोप भी लगाए गए हैं। इसमें एक धर्म विशेष को लेकर बयान दिए जा रहे हैं।