शिवसेना शासित बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बुधवार को अभिनेत्री कंगना रनौत के बांद्रा स्थित बंगले में ‘अवैध निर्माण ‘ को गिराने के मामले पर राजनीतिक पार्टियों ने शिवसेना पर निशाना साधा है। बीजेपी समेत तमाम अन्य दलों के नेताओं ने शिवसेना की आलोचना की है।
कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संजय निरुपम ने कंगना रनौत के दफ्तर पर बीएसमी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि,”कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका ?क्योंकि हाई कोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी।पूरा एक्शन प्रतिशोध से ओत-प्रोत था।लेकिन बदले की राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है।कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरु हो जाए !”
वहीं बीजेपी नेता प्रवेश साहिब सिंह ने ट्वीट करते हुए शिवसेना को चूहा सेना कहा है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा है, आज उसने कुछ “ईंट” खोया है। और तुमने अपनी सारी “इज़्ज़त”। अब आप ही सोचिए “ईंट” बड़ी है या “इज़्ज़त”।
उधर, अयोध्या के संत समाज ने नाराजगी जाहिर की है। साथ ही ने संतों ने श्राप दिया है कि अब शिवसेना समाप्त हो जाएगी, उसका अंतिम दौर शुरू हो गया है। इसके अलावा अभिनेता अनुपम खेर ने लिखा, ग़लत ग़लत ग़लत है !! इसको bulldozer नही #Bullydozer कहते है। किसी का घरोंदा इस बेरहमी से तोड़ना बिल्कुल ग़लत है। इसका सबसे बड़ा प्रभाव या प्रहार @KanganaTeam के घर पर नहीं बल्कि मुम्बई की ज़मीन और ज़मीर पर हुआ है। अफ़सोस अफ़सोस अफ़सोस है।
हालांकि बीएमसी की कार्रवाई को लेकर कंगना ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिसके बाद कोर्ट ने इस कार्रवाई पर रोक लगा दी।
बता दें कि हाल ही में कंगना ने मुम्बई को पाक अधिकृत कश्मीर तक कहा था। कंगना ने मुम्बई में आने वाले दिनों में खुद की सुरक्षा को लेकर भी बयान दिए थे। जिसके बाद केंद्र सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में कंगना रनौत पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए लिखा था कि ,”मुम्बई का अपमान मतलब देशद्रोह जैसा अपराध”। मुम्बई शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इसी बयान पर कंगना के विरुद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाकर देशद्रोह की धारा लगाने की मांग की थी।