बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अक्सर अपने बयानों की वजह से विवादों में रहती हैं। ऐसे में जब उनसे पूछा गया कि क्या आपको हेडलाइन और कंट्रोवर्सी में रहना पसंद है, तो उन्होंने कहा कि अगर आप एक मुद्दा उठाना चाहते हैं तो आपको एक हेडलाइन बनानी ही पड़ेगी।
कंगना ने न्यूज चैनल टाइम्स नॉउ नवभारत को दिए इंटरव्यू के दौरान ये बात कही। उन्होंने कहा कि मुझे 2 नेशनल अवॉर्ड तब मिले, जब कांग्रेस का शासन था। जब मैं राष्ट्रवाद की बात करती हूं, आर्मी को बेहतर करने की बात करती हूं और अपनी संस्कृति को प्रमोट करती हूं तो लोग कहते हैं कि मैं बीजेपी का एजेंडा चला रही हूं।
उन्होंने कहा कि ये मुद्दा बीजेपी का एजेंडा क्यों है, इसे तो देश का एजेंडा होना चाहिए। अगर कोई भी मेरे बारे में नहीं बोलता तो मैं खुद ही अपने बारे में बोलती हूं।
कंगना ने एक और विवादित बयान दिया और कहा कि जो आजादी हमें मिली, वह तो भीख थी। असली आजादी तो साल 2014 में मिली है।
इसके बाद ट्विटर पर इस बयान को लेकर काफी बहस हो रही है। एक ट्विटर यूजर Rofl Gandhi (@RoflGandhi_) ने लिखा कि लकड़ी के घोड़े पर प्लास्टिक की तलवार लेकर वीरांगना बनने वाली सरकारी चाटुकार आजादी के सिपाहियों का अपमान कर रही है। हज़ारों कुर्बानियों के नतीजे को भीख बता रही है।
इस वीडियो पर कमेंट करते हुए एक ट्विटर यूजर सुतीर्थ मिश्रा (@ginger_bread_s) ने कहा कि 3 साल में ये यूट्यूब पर पायल रोहतगी की तरह वीडियो बनाएंगी और कोई भी मीडिया इसे कवर नहीं करेगा। इस ट्वीट को सेव कर लें।
एक और ट्विटर यूजर हबीब (@HabibIsharuddin) ने कहा कि ये सिर्फ वही कर रहे हैं, जिसके लिए इन्हें पुरस्कार मिल रहा है।
बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को हालही में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा था। कंगना के फैंस उनकी इस उपलब्धि से बेहद खुश थे, वहीं उनकी आलोचना करने वाले उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे थे।