कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए रोज-रोज नई बातें सुनाई पड़ रही हैं। कल तक अध्यक्ष के रेस में कमलनाथ का भी नाम था, लेकिन बुधवार को उन्होंने साफ इनकार कर दिया। कहा कि हम रेस में नहीं है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने कहा कि वह पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के इच्छुक नहीं हैं और वह इस पद के लिए चुनाव भी नहीं लड़ना चाहते हैं। उनके लिए प्राथमिकता अपना गृह राज्य है। वह पूरा फोकस इस पर रखना चाहते हैं। मध्य प्रदेश के विधानसभा का चुनाव होने में अब सिर्फ 12 महीने बचे हैं। अगर यहां से हट गया तो यहां पर ध्यान नहीं लगा पाऊंगा।
कहा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास जिम्मेदारियां बहुत होती हैं, कई तरह की रणनीति बनानी होती हैं। अगले कुछ महीनों में कई प्रदेशों में चुनाव होने हैं। ऐसे में यहां से हटने पर मध्य प्रदेश हमसे दूर हो जाएगा। हम एमपी नहीं छोड़ना चाहते हैं।”
कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी ने पार्टी की बागडोर संभालने से इनकार कर दिया है, इसलिए चुनाव हो रहे हैं। पत्रकारों से कहा, ”मैंने राहुल गांधी से बात की और उनसे चुनाव लड़ने का आग्रह किया, ताकि यह सब उठापटक खत्म हो सके। मैंने उनसे कहा कि चीजें पेचीदा हो रही हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, ”अब, जब वह (राहुल गांधी) पार्टी प्रमुख नहीं बनना चाहते हैं….चुनाव हो रहे हैं। जे पी नड्डा अपनी पार्टी में बिना किसी चुनाव के भाजपा के अध्यक्ष बन गए। चुनाव कराने के बात तो दूर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नड्डा के पद पर नियुक्त होने से पहले पार्टी के 10 नेताओं तक से राय नहीं ली।”
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”इस संबंध में उनसे पूछें कि क्या वह तैयार हैं।” तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर द्वारा नामांकन दाखिल करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा, ”मैंने उनके साथ बात की। वह अपना नामांकन दाखिल करना चाहते हैं, क्योंकि चुनाव है और ऐसा नहीं लगना चाहिए कि चुनाव नहीं होते हैं।”