राष्ट्रपति भवन ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश और गुजरात के नए राज्यपाल को नामों की घोषणा कर दी। इस घोषणा के तहत पूर्व केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वहीं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को गुजरात का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। दोनों ही राज्यपाल जिस दिन अपना-अपना पदभार ग्रहण कर लेंगे उसी दिन से उनकी नियुक्ति मानी जाएगी।

बता दें कि कलराज मिश्र भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं और पिछली मोदी सरकार में कलराज मिश्र सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग के मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि साल 2017 में ही 77 वर्षीय कलराज मिश्र ने मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया था। माना गया था कि भाजपा की 75 वर्ष तक सक्रिय राजनीति में रहने की नीति के तहत ही कलराज मिश्र ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। बीते लोकसभा चुनाव में कलराज मिश्र ने चुनाव भी नहीं लड़ा। उसके बाद से ही ऐसे कयास थे कि कलराज मिश्र को किसी राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया जा सकता है। कलराज मिश्र 2014 के लोकसभा चुनावों में यूपी के देवरिया से सांसद चुने गए थे।

वहीं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे आचार्य देवव्रत को गुजरात का राज्यपाल बनाया गया है। अभी तक ओपी कोहली गुजरात के राज्यपाल का पद संभाल रहे थे, लेकिन अब उनके रिटायरमेंट के बाद आचार्य देवव्रत को अगले पांच सालों के लिए यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। ओपी कोहली से पहले मार्ग्रेट अल्वा गुजरात के राज्यपाल का संवैधानिक पद संभाल रहीं थी। बता दें कि राज्यपाल का पद संवैधानिक होता है। केन्द्र में जो स्थान राष्ट्रपति का होता है, वहीं स्थान राज्य में राज्यपाल का होता है। यानि कि राज्यपाल राज्य की कार्यपालिका के प्रमुख होते हैं। वे राज्य मंत्रिपरिषद की सलाह पर काम करते हैं।