उत्तर प्रदेश के कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पटरी से उतराने की साजिश रचने का मामला सामने आया है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भिवानी से प्रयागराज जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को शिवराजपुर एरिया में ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर रखकर डिरेल करने का प्रयास हुआ है। पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह ट्रेन सिलेंडर से टकराने के बाद अचानक रुक गई। ट्रेन से टकराने के बाद सिलेंडर ट्रैक से ट्रैक से उछलकर दूर जा गिरा।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सुबह 8.20 बजे घटना की जानकारी मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारी तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। मामले की जांच के लिए मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) भी मामले की जांच कर रही है।
ACP (लॉ एंड ऑर्डर) ने हरीश चंद्र ने बताया कि लोको पायलट ने ट्रैक पर सिलेंडर रखा देखा और तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। रुकने से पहले ट्रेन सिलेंडर से टकरा गई और इसी वजह से सिलेंडर ट्रेन की टक्कर के बाद ट्रैक से दूर जा गिरा। इसके बाद लोको पायलट ने गार्ड और गेटमैन को घटना के बारे में जानकारी दी।
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उन्होंने यह भी बताया कि घटना के बाद ट्रेन 20 मिनट तक वहीं रुकी रही और इसके बाद ट्रेन को जांच के लिए बिल्हौर रेलवे स्टेशन पर रोका गया। डैमेज सिलेंडर को बरामद कर लिया गया है। घटना स्थल के पास से एक बोतल में पेट्रोल और माचिस भी बरामद की गई है।
खतरनाक थे साजिशकर्ताओं के मंसूबे
कानपुर के लोकल अखबारों में बताया गया है कि बिल्हौर और बर्राजपुर रेलवे स्टेशनों के बीच जिस जगह पर ट्रेन भरे हुए सिलेंडर से टकराई, वहां पास में ही झाड़ियों में किसी के बैठे होने के निशान मिले हैं। यह हादसा जिस जगह हुआ, वहां से हाईवे सिर्फ सौ मीटर की दूरी पर है।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि ट्रैक से कुछ दूरी पर ही एक बैग, तरल पदार्थ से भरी बोतल बरामद हुई है। इस बोतल में बत्ती लगी हुई थी। इसी वजह से आशंका जताई जा रही है कि साजिशकर्ता घटना को बड़ा बनाना चाहते थे। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि मौके से तीन पैकेट ऐसे मिले हैं, जिनमें बारूद जैसे दिखने वाला पदार्थ है।