छत्‍तीसगढ़ में आयोजित धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्‍मा गांधी को अपशब्‍द कहने के आरोपी कालीचरण महाराज को पिछले दिनों गिरफ्तार कर लिया गया था। हिंदूवादी संगठन लगातार कालीचरण महाराज की रिहाई की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कालीचरण महाराज को फर्जी बाबा बताते हुए ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की है। इसको लेकर ट्विटर पर तरह-तरह के रिएक्शन आ रहे हैं।

कालीचरण की तस्वीर साझा करते हुए नवाब मलिक ने कैप्शन लिखा है, ”फर्जी बाबा गाली चरण।” इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स ने प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दीं। कुछ यूजर्स ने नवाब मलिक को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया। एक यूजर (@vishalgoyal28) ने लिखा, ”मुझे लगता है, नवाब मलिक को पुलित्जर पुरस्कार के लिए नामित किया जाना चाहिए।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, ”केवल इसलिए कि कोई जिम के कपड़ों में जिम में वर्कआउट करता है, वह फर्जी बाबा हो गया?” इसी तरह एक अन्य यूजर ने लिखा, ”कालीचरण ने खुद ही कहा था कि वह कोई संत-महात्मा नहीं है और ऐसे कपड़े वह फैशन के लिए पहनता है।”

कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद एक पुराना वीडियो वायरल हुआ था। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान कालीचरण ने कहा था कि वह कोई संत-महात्मा नहीं है, लोगों ने उनको महाराज बना दिया है। कालीचरण ने कहा था, ”मैं अखाड़े जाता हूं, जिम जाता हूं, जिम का मुझे बहुत शौक रहा है।”

महात्मा गांधी को अपशब्द कहने के आरोप में कालीचरण को गिरफ्तार किया गया है। बीते शुक्रवार को गुड़गांव में नमाज का विरोध करने वाले संगठनों ने कालीचरण की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने “गोडसे ने देश बचाया” और “गोडसे अमर रहे” जैसे भड़काऊ नारे भी लगाए। विरोध प्रदर्शन में शामिल रहे गुड़गांव जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज ने 2019 में जामिया मिलिया इस्लामिया के पास सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले 19 वर्षीय आरोपी का बचाव किया था।