Jyotiraditya Scindia Resignation, Madhya Pradesh Crisis news and updates: ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद भाजपा और कांग्रेस नेता सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर तंज कसते नजर आ रहे हैं। जहां कांग्रेसी नेताओं ने सिंधिया के चरित्र पर ही सवाल उठा दिए। वहीं, भाजपा के कई नेता सिंधिया के बचाव में भी उतरे। हालांकि, इन सबके बीच कांग्रेस पर सबसे बड़ा तंज मध्य प्रदेश के भाजपा नेता और पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कसा। उन्होंने एक ट्वीट में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट का फोटो पोस्ट किया। फोटो में ऐसा लग रहा है, जैसे गहलोत सचिन पायलट से कुछ कह रहे हैं। इसी पर टिप्पणी में विजयवर्गीय ने लिखा, “तने थारे बाप की सोगन बेटा .. तू तो मेरे बेटे समान है, जो अमित शाह का नंबर उठायो तो म्हारो मरो मुँह देखोगो ..!!!”

विजयवर्गीय ने इसी ट्वीट के आगे- ‘बुरा न मानो होली है !!!’ लिख कर पोस्ट को मजाकिया बनाने की कोशिश भी की। हालांकि, सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी इस कोशिश को पहचानते हुए मध्य प्रदेश में आए राजनीतिक भूचाल पर मजाक करना शुरू कर दिया है। सम्राट सिंह नाम के एक यूजर ने मजाकिया लहजे में पायलट के अंदाज में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “काका सा मने जानो है…राजस्थान को युवा नेतृत्व कि ज़रूरत है। बुढ़ापे में आप काशी मथुरा जाओ, राम का नाम लो। बस और नहीं मने जावा दो। अमित भाई मने राष्ट्र निर्माण में सेवा करवा रो मौको दो।”

इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व नेता शहजाद पूनावाला ने लिखा, “मध्य प्रदेश, सिंधिया झांकी हैं, राजस्थान, महाराष्ट्र बाकी है। सचिन पायलट को विशेष प्रणाम।” वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “क्या पार्टी के ऊपर गांधी परिवार? ज्योतिरादित्य की बगावत के लिए राहुल गांधी जिम्मेदार?, खिलेगा कमल या बचेगी कमलनाथ की सरकार?, मध्य प्रदेश संकेत या महाराष्ट्र नेक्स्ट?”

सिंधिया पर कांग्रेस नेताओं का निशानाः इससे पहले सिंधिया के इस्तीफे के ऐलान के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन पर जम कर निशाना साधा। मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने सिंधिया पर ट्वीट के जरिए निशाना साधते हुए कहा था कि सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी। आज ज्योतिरादित्य ने उसी घिनौनी विचारधारा के साथ एक बार फिर खड़े होकर अपने पूर्वजों को सलामी दी है।

इसके अलावा दिग्विजय सिंह के बेटे और मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा था कि झांसी का इतिहास फिर दोहराया गया। हम अपने लोगों के साथ खड़े होंगे। सत्ता का क्या है, वो तो आती-जाती रहती है। हम अपने सिद्धांत पर अपने लोगों के साथ अडिग खड़े हैं।

हालांकि, बाद में सिंधिया के बचाव में भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि जब तक सिंधिया कांग्रेस में थे, तब तक महाराज थे, अब उनके लिए माफिया हो गए। कांग्रेस के यह दोहरे मापदंड ठीक नहीं।