Kagwad (Karnataka) Assembly By-Election Result 2019 Live News Updates: कर्नाटक उप-चुनाव के नतीजे बीएस येदियुरप्पा की अगुआई वाली सत्ताधारी बीजेपी के भविष्य का रास्ता साफ करेगी। दरअसल, पांच दिसंबर को अठानी, कागवाड़, गोकक, येल्लापुरा, हिरेकेरूर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबल्लापुरा, केआरपुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजीनगर, होसाकोटे, केआर पेट और हंसूर में मतदान हुए थे। सभी सीटों पर लाइव अपडेट जानने के लिए यहां क्लिक कीजिए
क्यों दांव पर बीजेपी की साख: उप-चुनाव के नतीजे आने के बाद ही तय हो सकेगा कि येदियुरप्पा का शासन राज्य में कायम रहेगा कि नहीं। बहुमत के लिए येदियुरप्पा को 15 में से कम से 6 सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी। 17 विधायकों को अयोग्य ठहराए के बाद विधानसभा का कुल संख्याबल 208 है। इसमें बीजेपी के 105 (एक निर्दलीय समेत), कांग्रेस के 66 जबकि जेडीएस के 34 विधायक हैं। एक बीएसपी सदस्य, एक नामांकित सदस्य और एक स्पीकर हैं।
क्यों पड़ी चुनाव करवाने की जरूरत: 17 विधायकों को अयोग्य घोषित किए जाने की वजह से इन सीटों पर दोबारा चुनाव करवाने की जरूरत पड़ी। इन 17 में से 14 कांग्रेस के जबकि 3 जेडीएस के विधायक थे। इन नेताओं ने जुलाई में बगावत करते हुए अपनी विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। नेताओं ने आरोप लगाया था कि सीएम एचडी कुमारस्वामी की अगुआई वाला कांग्रेस और जेडीएस का गठबंधन ढंग से सरकार चलाने में नाकाम रहा। कांग्रेस के 14 जबकि जेडीएस के 3 विधायकों के जुलाई में दिए इस्तीफे की वजह से 14 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार गिर गई और बीजेपी के शासन में लौटने का रास्ता खुल गया। इन नेताओं को तत्कालीन स्पीकर केआर रमेश कुमार ने अयोग्य घोषित किया था। इसके बाद, 13 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर के फैसले को सही ठहराया लेकिन बागियों को दोबारा चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी।
विधानसभा के समीकरण: 17 विधायकों के अयोग्य घोषित किए जाने की वजह से विधानसभा का कुल संख्या बल 225 से घटकर 208 रह गया। 15 सीटों पर उप चुनाव के नतीजे आने के बाद विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 222 हो जाएगी। दरअसल, एक सदस्य नामांकित होता है जबकि बाकी दो सीट मुस्की (रायचूर जिला) और आरआर नगर (बेंगलुरु) पर उप-चुनाव पर रोक है क्योंकि मई 2018 के चुनाव के दौरान इन पर आए नतीजों को लेकर कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर है।
बीजेपी ने यूं खेला दांव: अयोग्य घोषित किए गए 13 विधायकों को बीजेपी ने मैदान में उतारा है। सुप्रीम कोर्ट से चुनाव लड़ने की इजाजत मिलने के बाद ये नेता पार्टी में शामिल हो गए थे। बीजेपी ने 16 अयोग्य ठहराए गए नेताओं में से 13 को उनके ही विधानसभा क्षेत्र से दोबारा मौका दिया है। चार बार सीएम बनने वाले येदियुरप्पा की बदकिस्मती रही है कि उन्होंने कभी अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया। पिछले साल तो वह दो दिन के लिए भी सीएम बने थे। येदियुरप्पा की किस्मत इस बार कांग्रेस और जेडीएस के बागियों की जीत पर आधारित है।