मध्य प्रदेश में पोस्टर वार जारी है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बाद अब भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुमशुदगी वाले पोस्टर लगाए गए हैं। हालांकि, मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने रविवार देर शाम झांसी रोड थाने में प्राथमिकी दर्ज की। मामले में सिद्धार्थ सिंह राजावत को गिरफ्तार किया गया है। सिद्धार्थ सिंह कांग्रेस प्रवक्ता हैं।
शुरुआती जांच में पता चला है कि सिंधिया के गुमशुदगी वाले पोस्टर उन्होंने ही लगाए हैं। इन पोस्टरों पर लिखा है, ‘तलाश गुमशुदा सेवक की। कांग्रेस में रहकर जो जनसेवा नहीं कर पा रहे थे। जो कोरोना महामारी के समय में अप्रवासी मजदूरों की आवाज ना उठा सके। जिन्हें रोड पर उतरने का शौक था वे आज गुमशुदा हैं। तलाश कर लाने वाले को 5100 रुपए नकद इनाम।’
पोस्टर में संपर्क के लिए कांग्रेस प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत के नाम के साथ एक मोबाइल नंबर भी लिखा है। दरअसल, सिंधिया ने भाजपा का दामन पकड़ने से पहले आरोप लगाया था कि उन्हें कांग्रेस में जन सेवा का मौका नहीं मिल रहा है। इसी कारण वह पार्टी छोड़ रहे हैं।ज्योतिरादित्य सिंधिया जब से भाजपाई हुई हैं, तब से वह ग्वालियर नहीं आए हैं।
सिद्धार्थ सिंह का कहना है कि ऐसे ही पोस्टर अभी गुना, भिंड और मुरैना में भी लगाए जाएंगे। दूसरी ओर, सिंधिया समर्थकों ने इन पोस्टरों पर नाराजगी जाहिर की है। सिंधिया समर्थकों ने जहां कहीं भी पोस्टर देखे, उन्होंने उन्हें फाड़ना शुरू कर दिया। वहीं, स्थानीय कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया है कि भाजपा नेताओं और सिंधिया समर्थकों के दबाब में पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
Madhya Pradesh: Missing posters of BJP leader Jyotiraditya Scindia put up in Gwalior by Congress workers. Jyotiraditya Scindia joined BJP from Congress this year on 11th March. (24.05.20) pic.twitter.com/AXAWxkQSTn
— ANI (@ANI) May 24, 2020
आनंद शर्मा ने कहा, ‘यह भाजपा का दोहरा चरित्र है। छिंदवाडा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के लापता होने वाले पोस्टर लगाने वाले भाजपाइयों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है।’ बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, उनके बेटे नकुलनाथ, साध्वी प्रज्ञा सिंह और एनपी प्रजापति के भी गुमशुदगी के पोस्टर लग चुके हैं।

