ललितगेट को लेकर विवादों में फंसी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन दिनों एक बार फिर से किसी की सहायता करने के लिए चर्चाओं मे बनी हुई हैं।
लेकिन इस बार उन्होंने ललितमोदी जैसे किसी VIP की सहायता नहीं बल्कि एक अंजान युवती की सहायता की है। क्योंकि इस बार उन्होंने उस युवती की सहायता की जिसने उनसे ट्विटर पर मदद मांगी थी।
स्वराज ने ट्विटर पर मांगी गई मदद पर सक्रिय होते हुए दुबई में नौकरी करने गई एक भारतीय युवती को बचाने का सराहनीय काम किया है।
जानकारी के मुताबिक, युवती को कुछ अराजक तत्वों ने बंधक बना लिया था, जिसके बाद उसके भाई ने सुषमा से मदद मांगी थी। इसके लिए कोई भी FIR दर्ज नहीं की गई। सिर्फ ट्विटर पर की गई पोस्ट के तहत ही एक्शन लिया गया।
दरअसल, शनिवार को देव तंबोली नाम के व्यक्ति ने ट्विटर पर सुषमा स्वराज से मदद मांगते हुए कहा, मेरी बहन 14 अगस्त को UAE में नौकरी करने गई थी, जहां उसे किसी ने कमरे में बंधक बना लिया है।
सुषमा जी कृपया मुझसे संपर्क करें और मेरी मदद करें। देव तंबोली ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि उसकी बहन अकेली नहीं है उसके साथ कुछ और लड़कियों को बंधक बनाया गया है और उन्हें मारा-पीटा जा रहा है। कृपया मदद करें।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि- यूएई के दूतावास को तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के आदेश दे दिए गए हैं। आपके पास दूतावास से कॉल आएगी।
फिर देव तंबोली ने सुषमा को धन्यवाद करते हुए ट्वीट किया कि मेरे पास अभी दूतावास से कॉल आई है और यूएई में भारतीय दूतावास और दुबई की सीआईडी सक्रिय हो गई हैं।
भारत सरकार और दुबई पुलिस ने लड़की को कुछ ही घंटों में छुड़ा लिया। ऑपरेशन पूरा होते ही सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया और कहा कि लड़की को जल्द ही भारतीय दूतावास के शेल्टर होम में पहुंचाया जा रहा है।