दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा पर विभिन्न लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और लोग इस घटना की तीखी निंदा कर रहे हैं। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी जेएनयू हिंसा की आलोचना की और इस मुद्दे पर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। मीडिया से बात करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि “देश की राजधानी में इस तरह की घटना होती है और डेढ़ घंटे तक पुलिस हरकत में नहीं आती! इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।”
एआईएमआईएम चीफ ने कहा कि ‘नकाबपोश लोग छात्रों पर लाठी-डंडे और रॉड से हमला करते हैं और डेढ़ घंटे तक छात्र दहशत में रहते हैं। छात्राएं अपने आप को हॉस्टल के कमरों में बंद करके मदद के लिए गुहार लगाती हैं, लेकिन उनकी मदद की गुहार को सरकार नहीं सुनती है। क्यूं नहीं सुनेगी सरकार, सरकार को सुनना चाहिए।’
ओवैसी ने कहा कि ‘ये गलत हो रहा है और हम बीजेपी से अपील करते हैं कि आप सत्ता में जरूर हैं, लेकिन आप कब तक इन लोगों को बचाएंगे? ये तमाम लोग आप ही के तो हैं। जामिया में जो हुआ सरकार ने उससे सबक नहीं लिया। फिर जो लोग प्रदर्शन के लिए वहां जाते हैं, उनके साथ मारपीट की जाती है, योगेन्द्र यादव को पुलिस की मौजूदगी में मारा गया। ये क्या हो रहा है?’
अपनी बात कहते हुए एआईएमआईएम चीफ ने उर्दू का एक शेर कहा कि ‘हम खाक में मिल जाएंगे, तुमको खबर होने तक’। उन्होंने कहा कि ‘हम सरकार से मांग करते हैं कि वह अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को निभाए और इंसाफ करे। इन चीजों को रोकिए, ये देश के लिए ठीक नहीं है।’
बता दें कि बीते करीब दो माह से जेएनयू के छात्र यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार की शाम कुछ नकाबपोश लोगों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसकर छात्र-छात्राओं पर हमला किया। आरोपियों के हाथ में लाठी-डंडे और रॉड थे और उनके हमले में कई छात्र घायल हुए हैं। छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुई हैं। यूनिवर्सिटी कैंपस में हुए इस हमले की विभिन्न लोगों द्वारा तीखी निंद की जा रही है।