Rajesh Chander Sharma
JNU Protest: देश में जारी जेएनयू विवाद के बीच हिमाचल प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने प्रदर्शकारी स्टूडेंट्स पर निशाना साधते हुए कहा कि JNU तो मुफ्तखोरों का अड्डा बना गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह सभी छद्म धर्मनिरपेक्षतावादियों और लम्पट बुद्धिजीवियों की एक रचना है। ये सभी देशद्रोह के स्वर हैं। पुलवामा हमला हुआ, वहां कोई नहीं गया। अगर जेएनयू में कुछ होता है, तो हर कोई वहां जाता है। यहां तक कि दीपिका (पादुकोण) भी जाती हैं।
क्या बोले हिमाचल बीजेपी चीफ: बीजेपी नेता सतपाल सत्ती ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा की जेएनयू एक मुफ्ताखोरों का अड्डा है। यहां देश विरोधी नारे लगाए जाते हैं। इसके नाम में कुछ गड़बड़ है। इसका नाम बदलकर सरदार भगत सिंह विश्वविद्यालय किया जाना चाहिए। चीजें अपने आप नियंत्रण में होंगी।
JNU विवाद पर कही यह बात: इन दिनों परिसरों में बहुत अशांति है। आपका क्या कहना है? सवाल के जवाब में कहा कि यह सभी छद्म धर्मनिरपेक्षतावादियों और लम्पट (असंतुष्ट) बुद्धिजीवियों की एक रचना है। ये सभी देशद्रोह के स्वर हैं। कश्मीर इतनी लंबी अवधि तक जलता रहा और पांच लाख अल्पसंख्यकों को कश्मीर से निकाल दिया गया, लेकिन कोई भी वहां नहीं गया। पुलवामा हमला (सुरक्षा कर्मियों को ले जाने वाले वाहनों के काफिले पर) हुआ, वहां कोई नहीं गया। अगर जेएनयू में कुछ होता है, तो हर कोई वहां जाता है। यहां तक कि दीपिका (पादुकोण) भी चली जाती हैं।
जेनएयू मामला: जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने मंगलवार को कहा कि कई स्कूलों में नए सेमेस्टर के लिए कक्षाएं शुरू हो गई हैं और परिसर में ‘‘शांति’’ है। हालांकि फीस वृद्धि को लेकर अभी भी छात्रों और शिक्षकों का एक वर्ग कक्षाओं में नहीं आ रहा है। जेएनयू के रजिस्ट्रार ने एक बयान में कहा कि विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक शाखाओं ने 14 जनवरी को सामान्य तरीके से काम किया और परिसर में भी शांति रही। हालांकि विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों और शिक्षकों ने फीस वृद्धि को लेकर अपना विरोध और कक्षाओं का बहिष्कार जारी रखा है।