झारखंड के लातेहर में भूख की वजह से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। तीन महीने से उनके परिवार को राशन नहीं मिला था, जबकि बीते चार दिन से घर वाले भूखे थे। ‘एएनआई’ के मुताबिक, यह घटना गुरुवार (छह जून, 2019) की है। 65 वर्षीय राम चरण मुंडा ने पिछले चार दिन से कुछ भी नहीं खाया था। मृतक की बेटी के हवाले से कहा गया कि उन्हें तीन माह से राशन नहीं मिला था। दरअसल, गांव में राशन देने के लिए बायोमीट्रिक आधारित जिस इलेक्ट्रॉनिक मशीन का इस्तेमाल होता था, वह कई दिन से काम नहीं कर रही थी। नतीजतन पीड़ित परिवार को राशन नहीं मिल सका।

मामले की जानकारी पर सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) सुधीर कुमार ने समाचार एजेंसी को बताया, “उनकी मौत भूख से हुई है…यह फिलहाल साबित नहीं हो पाया है। उन्हें आयुष्मान भारत योजना, राशन कार्ड और पेंशन सरीखी सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं। हमारे यहां इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, इसलिए हम फिलहाल ऑफलाइन ही राशन बांट रहे हैं।”

बता दें कि झारखंड में मौजूदा समय में मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार का शासन है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में जिला प्रशासन के हवाले से कहा गया कि मुंडा की जान उनकी शराब पीने की लत की वजह से गई। दावा है कि दो दिन पहले ही उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि मृतक के परिवार में पिछले तीन से चूल्हा नहीं जला था।

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मृतक के घर में सूखे और खाली पड़े बर्तन।

ग्रामीणों के अनुसार, उन्होंने जिला प्रशासन से राशन आवंटन को लेकर शिकायत भी की, पर हालात जस के तस रहे। वहीं, उसी ब्लॉक में मनरेगा सेवा केंद्र चलाने वाली अफसाना खातून ने बताया, “मुंडा दिहाड़ी मजदूर थे और गांव में पत्नी व बेटी के साथ रहते थे। तीन महीने से उनके परिवार को राशन नहीं मिला था।”