तबरेज अंसारी लिंचिंग केस में 11 आरोपियों के खिलाफ लगे मर्डर चार्ज हटाए जाने के बाद झारखंड पुलिस सवालों के घेरे में है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने पुलिस के इस फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए। खास बात यह है कि मंत्री का बयान ऐसे समय पर आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झारखंड के दौरे पर हैं।
मालूम हो कि इस साल जून महीने में तबरेज अंसारी की खरसवान जिले में कथित भीड़ द्वारा चोरी के शक में हत्या कर दी गई थी। 24 वर्षीय तबरेज की इतनी पिटाई की थी कि उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। एक न्यूज चैनल से बातचीत में रेड्डी ने कहा कि गृह मंत्रालय को झारखंड सरकार से इस मामले में बातचीत करनी चाहिए। मैं चाहता हूं कि इसमें शामिल लोगों को सजा मिले। हमें राज्य सरकार से बातचीत करनी होगी।’
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी के सवाल पर मंत्री ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार को इन मामलों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। लिंचिंग की घटनाएं बीजेपी शासित राज्यों में ही नहीं हो रही। यह पश्चिम बंगाल में भी हो रही है।’
मालूम हो कि तबरेज अंसारी लिंचिंग केस में पुलिस ने अंसारी की मौत की वजह ‘कार्डियक अरेस्ट’ को बताया है। ‘फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट’ में यह बात सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक यह कोई सुनियोजित मर्डर नहीं था। पुलिस ने इस मामले में पिछले महीने ही धारा 304 के तहत चार्जशीट दाखिल की थी। अंसारी की करीब चार महीने पहले मौत हो गई थी। पुलिस ने इससे पहले अंसारी की पत्नी की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में हत्या का आरोप लगाया था।