झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही अटकलें लग रही हैं कि झारखंड में अब आगे क्या होने वाला है। अभी के लिए तो माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन की पत्नी को ही सीएम की कुर्सी सौंपी जा सकती है। वैसे कई राज्यों में कई मौकों पर ऐसी स्थिति बनी है जब सीएम रहते हुए या फिर बाद में पूर्व सीएम के रूप में गिरफ्तारियां हुई हों। लेकिन हर बार सरकार चली है और अलग-अलग तिकड़म लगाकर सत्ता में रहा गया है।
लालू प्रसाद यादव जब हुए गिरफ्तार
लालू प्रसाद यादव को जब चारा घोटाले में गिरफ्तार किया गया था, सभी को लग रहा था कि बिहार में अब क्या होगा, इतने बड़े राज्य को कैसे संभाला जाएगा। लेकिन माना जाता है कि लालू ने ही जेल में रहकर भी बिहार की सरकार को चलाने का काम किया था। तब रणनीति के तहत उनकी तरफ से अपनी ही पत्नी राबड़ी देवी को सीएम घोषित कर दिया गया था। यानी कि चेहरा उनका रहा, लेकिन पीछे से रिमोट कंट्रोल के जरिए सरकार लालू ने ही चलाई। ये सारा घटनाक्रम साल 1997 का था जब लालू को चारा घोटाले में अरेस्ट किया गया। उसके बावजूद भी 2005 तक आरजेडी ने ही बिहार में सरकार चलाई थी।
जयललिता भी हुई थीं गिरफ्तार
जयललिता को भी सीएम रहते हुए गिरफ्तार किया गया था। ये बात साल 2001 की है जह आय से अधिक संपत्ति मामले में जयललिता को अपनी सीएम कुर्सी छोड़नी पड़ गई थी। तब उनकी तरफ से पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बना दिया गया था। ये अलग बात रही कि उसी केस में बाद जयललिता को बरी कर दिया गया और वे फिर राज्य की सीएम बन गईं। जयललिता साल 2014 में भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में ही गिरफ्तार हुई थीं। तब भी उनकी तरफ से पनीरसेल्वम को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया गया था।
कर्नाटक में भी हुआ था खेल
कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा को भी भ्रष्टाचार मामले की वजह से ही अपनी सीएम कुर्सी गंवानी पड़ गई थी। ये मामला 2011 का है जब लोकायुक्त की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि अवैध खनान केस में तब के सीएम येदियुरप्पा सक्रिय रहे। उसी वजह से बीजेपी हाईकमान ने उन्हें इस्तीफा देने को कह दिया था। उस इस्तीफे के बाद सदानंद गौड़ा को मुख्यमंत्री बनाया गया। वहीं 2012 में उन्हें हटा जगदीश शेट्टार को सीएम घोषित किया गया। यानी कि सरकार बीजेपी ने भी फिर भी अपनी चला ली।
अब ये उदाहरण बताते हैं कि राज्य में अगर सबसे बड़े नेता की गिरफ्तारी भी हो जाए, इसका मतलब ये नहीं कि राज्य में सरकार नहीं चल सकती। इसी वजह से झारखंड में भी सोरेन के एग्जिट के बाद चंपई सोरेन को सीएम बनाने का फैसला कर लिया गया है। अब कब तक और किस तरह से वे इस सरकार को चलाते हैं, ये आने वाले दिनों में साफ होगा।