झारखंड के चाईबासा जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम नक्सलियों के हमले में भाजपा के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक बाल-बाल बच गए लेकिन उनके दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। नक्सलियों ने उनकी सुरक्षा में तैनात दो जवानों की गला रेतकर हत्या कर दी। वो उनकी एके 47 राइफलें छीन कर भी ले गए। नायक पर 2012 में विधायक रहते नक्सलियों ने हमला किया था लेकिन उस समय भी वह बाल-बाल बचे थे। नायक मनोहरपुर से चुनाव जीते थे। अभी वो विधायक नहीं हैं।

चाईबासा पुलिस ने बताया कि हमला झीलरूवां गांव में उस समय हुआ जब नायक गांव में आयोजित फुटबाल प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने पहुंचे थे। नक्सली उनकी ताक में बैठे थे। उन्होंने मैच के दौरान वारदात को अंजाम नहीं दिया। जैसे ही मैच खत्म हुआ उन्होंने जोरदार हमला बोल दिया। विधायक की सुरक्षा में तैनात जवान कुछ समझ ही नहीं सके।

हालांकि, उनकी सुरक्षा में तैनात दो जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर नक्सलियों से लोहा लिया। इस दौरान पूर्व विधायक निकल भागे और पास के थाने में जा पहुंचे। उनकी जान तो बच गई लेकिन नक्सलियों से दोनों जवान ज्यादा देर तक मुकाबला नहीं कर सके। हमलावरों ने उनकी गला रेत कर हत्या कर दी और हथियार लूटकर भाग निकले। उनकी सुरक्षा में तैनात तीसरा जवान वहां से बच निकलने में सफल रहा। लेकिन नक्सलियों ने उसकी एके 47 राइफल छीन ली।

पुलिस ने बताया कि नक्सली हमले में जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों में शंकर नायक व हेम्ब्रम शामिल हैं। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर सुरक्षा कर्मियों को भेजा गया है। फिलहाल मौके पर शांति है। लेकिन जिस तरह से नक्सली हमला हुआ उससे स्थानीय लोग भी दहशत में हैं। पुलिस का कहना है कि बीजेपी के पूर्व विधायक को सघन सुरक्षा में रखा गया है। आशंका है कि उन पर फिर से हमला हो सकता है। नक्सली दो बार उन्हें निशाना बना चुके हैं। वो आगे भी उन्हें निशाने पर लेकर कोई साजिश रच सकते हैं।